Edited By Kuldeep, Updated: 13 Nov, 2024 10:27 PM
एचपीएसडीएमए और एजीआईएसएसी (आर्य भट्ट जियो इन्फॉर्मेटिक्स एंड स्पेस एप्लीकेशन सिस्टम) के 5 अधिकारी ड्रोन पायलट बने हैं। इनमें 3 अधिकारी एसडीएमए और 2 अधिकारी एजीआईएसएसी से हैं।
शिमला (भूपिंदर): एचपीएसडीएमए और एजीआईएसएसी (आर्य भट्ट जियो इन्फॉर्मेटिक्स एंड स्पेस एप्लीकेशन सिस्टम) के 5 अधिकारी ड्रोन पायलट बने हैं। इनमें 3 अधिकारी एसडीएमए और 2 अधिकारी एजीआईएसएसी से हैं। एसडीएमए और एजीआईएसएसी के 5 अधिकारियों ने क्यू 6 सिस्टम ड्रोन पायलट का प्रशिक्षण मशोबरा में आयोजित किया गया था। प्रशिक्षण में क्यू 6 सिस्टम ड्रोन के फीचर जिनमें मैगाफोन अलर्ट, एक आपातकालीन किट परिनियोजन तंत्र, डेलाइट और थर्मल इमेजिंग सिस्टम के साथ-साथ मैपिंग और जियोटैगिंग कार्यक्षमता जैसी उन्नत क्षमताएं शामिल हैं, को लेकर जानकारी दी गई।
रिमोट पायलेटिड एयरक्राफ्ट प्रशिक्षण में सैद्धांतिक और व्यावहारिक कौशल को बढ़ाने के लिए डिजाइन किए गए व्यापक मॉड्यूल शामिल थे। प्रतिभागियों ने अनपैकिंग, असैंबलिंग और प्री-फ्लाइट चैक प्रक्रियाएं सीखीं। उसके बाद डैमो फ्लाइट और कम्प्यूटर-आधारित प्रशिक्षण हुआ। उड़ान संचालन में सटीक योजना के लिए बीएफटी सॉफ्टवेयर का उपयोग करके मिशन योजना, नैविगेशन और लैंडिंग तकनीक शामिल थीं। प्रशिक्षण का समापन सैद्धांतिक परीक्षण और व्यावहारिक उड़ान सत्रों सहित मूल्यांकन के साथ हुआ। यह प्रशिक्षण हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्राधिकरण द्वारा आयोजित किया गया था, जो बुधवार को पूरा हुआ।