Edited By Kuldeep, Updated: 14 Aug, 2024 08:35 PM
मानसून सीजन में बादल फटने की घटनाएं थम नहीं रही हैं। किन्नौर जिले के ठीकरू व लिंगने की पहाड़ियों पर बादल फटा, जिससे सैलाब को देखकर लोग सहम गए।
शिमला (संतोष): मानसून सीजन में बादल फटने की घटनाएं थम नहीं रही हैं। किन्नौर जिले के ठीकरू व लिंगने की पहाड़ियों पर बादल फटा, जिससे सैलाब को देखकर लोग सहम गए। इस प्राकृतिक आपदा के कारण क्षेत्र में भारी जलप्रवाह उत्पन्न हुआ। हालांकि इस घटना में कोई जानमाल का नुक्सान नहीं हुआ, लेकिन इलाके के लोगों में भय का माहौल उत्पन्न हो गया है। गुरुवार को जिला सिरमौर में ही बाढ़ आने की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग के अनुसार 18 जुलाई तक भारी बारिश का यैलो अलर्ट रहेगा, लेकिन 19 अगस्त से मौसम रुख बदल सकता है और कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है। बुधवार को यैलो अलर्ट के बीच में नारकंडा में 23.5, नाहन में 18.2 व सुंदरनगर में 17 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई, जबकि पिछले 24 घंटों में राज्य में अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा हुई, जिसमें धर्मशाला में 42.5, कांगड़ा में 35.9 और नारकंडा में 23.5 मिलीमीटर वर्षा हुई है।
बुधवार शाम तक प्रदेश के जिला कुल्लू व सिरमौर में 2 एनएच बाधित रहे। जिला सिरमौर के तहत एनएच-707 पांवटा-शिलाई उतरी के पास बंद है, जबकि जिला कुल्लू के तहत एनएच-305 भारी वर्षा व भूस्खलन के कारण कंढूगाड़ में सभी प्रकार के वाहनों के लिए बंद है। दोनों एनएच को खोलने के लिए मशीनरी व लेबर जुटी हुई है और संभवत: मौसम साफ होने की स्थिति में गुरुवार तक इन्हें बहाल कर दिया जाएगा। बुधवार को बंद पड़ीं 142 सड़कों में से 67 को दुरुस्त कर दिया गया है। बुधवार शाम तक 75 सड़कें बंद रहीं, जिनमें से कुछ सड़कों को गुरुवार तक यातायात के लिए बहाल किया जाएगा।