Edited By Kuldeep, Updated: 05 May, 2025 09:56 PM

शिमला पुलिस की मिशन क्लीन-भरोसा के तहत ड्रग पैडलरों के खिलाफ चल रही मुहिम के तहत पुलिस के हाथों अंतर्राज्यीय नैटवर्क का किंगपिन हाथ लगा है। शिमला पुलिस ने इसे यूपी के गाजियाबाद के एक होटल से धर दबोचा है और इसे शिमला लेकर आई है।
शिमला (संतोष): शिमला पुलिस की मिशन क्लीन-भरोसा के तहत ड्रग पैडलरों के खिलाफ चल रही मुहिम के तहत पुलिस के हाथों अंतर्राज्यीय नैटवर्क का किंगपिन हाथ लगा है। शिमला पुलिस ने इसे यूपी के गाजियाबाद के एक होटल से धर दबोचा है और इसे शिमला लेकर आई है। अंतर्राज्यीय नैटवर्क के किंगपिन अशोक खजूरिया उर्फ शर्मा उर्फ बिल्ला (54) पुत्र स्व. बोधराज निवासी गांव बडगल डाकघर सोहल तहसील अखनूर जिला जम्मू का रहने वाला है।
बीते दिनों इसकी भाभी व भतीजे को पुलिस धर दबोच लाई थी, लेकिन यह फरार हो गया था, लेकिन बालूगंज पुलिस थाना की एक विशेष टीम ने इसे दबोच ही लिया है। इसकी तलाश में शिमला पुलिस ने हरियाणा, दिल्ली आदि में भी दबिश दी। आरोपी अशोक खजूरिया जम्मू कश्मीर राज्य का निवासी है, जिसके खिलाफ एसटीएफ मोहाली, पंजाब द्वारा एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला पहले ही दर्ज किया जा चुका है, जिसमें उसके पास से 5 किलो चिट्टा/हैरोइन की भारी मात्रा बरामद की गई थी। इस मामले में वह 6 वर्ष 11 महीने और 4 दिन न्यायिक हिरासत में रह चुका है।
चिट्टा बेचकर कमाए पैसों से किया आईपीएल ड्रीम-11 में निवेश
शिमला लेकर आई पुलिस को पूछताछ में किंगपिन अशोक खजूरिया ने खुलासा किया कि उसने चिट्टा बेचकर कमाए गए पैसों को अपने एक परिचित अनिल कुमार पुत्र धर्मवीर निवासी गांव खेड़ी गंगन, डाकघर खेड़ी गंगन, तहसील हांसी, जिला हिसार, हरियाणा के माध्यम से आईपीएल ड्रीम-11 में निवेश किया है। पुलिस इसके खातों को खंगाल रही है और इसकी संपत्ति के बारे में भी पूछताछ कर रही है। इसकी संपत्ति को फ्रीज किया जाएगा और पुलिस ने इसके लिए कसरत शुरू कर दी है।
मोती शर्मा था इसका मुख्य सहयोगी, शिमला सहित हिमाचल के कोने-कोने में पहुंचाता था चिट्टा
अशोक खजूरिया मादक पदार्थ तस्करी के अंतर्राज्यीय गिरोह चल रहा था और अपने साथियों और गुर्गों के माध्यम से पंजाब, जम्मू और कश्मीर से शिमला और हिमाचल प्रदेश के अन्य हिस्सों में मादक पदार्थ लाता था। मोती शर्मा उसका मुख्य सहयोगी था, जिसे सबसे पहले 10 अप्रैल को शिमला पुलिस द्वारा 23.720 ग्राम चिट्टे के साथ गिरफ्तार किया गया था। ड्रग मनी की निशानदेही पर जांच दल जम्मू और कश्मीर पहुंचा, जहां से इस अशोक खजूरिया के भतीजे को 19 अप्रैल को गिरफ्तार करके शिमला लाया जा चुका है। इस शर्मा के एक अन्य साथी संजय कुमार को जिला हमीरपुर में 130 ग्राम चिट्टे के साथ 10 अप्रैल को गिरफ्तार किया जा चुका है।
गिरोह के अन्य सदस्यों को लेकर जांच है जारी : गांधी
एसएसपी शिमला संजीव गांधी ने कहा कि इस किंगपिन को गिरफ्तार करना पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण था, क्योंकि इसके भतीजे व इसके अन्य सहयोगियों को तो पुलिस धर चुकी थी, लेकिन यह स्थान बदलता रहता था और पुलिस की आंखों में धूल झोंक रहा था, लेकिन पुलिस की टीम लगातार इसके पीछे थी और आखिरकार इसे यूपी के गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच अभी भी जारी है और मादक पदार्थ तस्करी के इस अंतर्राज्यीय गिरोह के अन्य सदस्यों का पता लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं।