Edited By Kuldeep, Updated: 16 Apr, 2025 06:37 PM

एचआरटीसी के 8 हजार पैंशनर्ज पैंशन के इंतजार में हैं। निगम के पैंशनरों को मंगलवार को भी खाते में पैंशन नहीं है। पैंशनरों को समय पर पैंशन न मिलने से घर चलाना मुश्किल हो गया।
शिमला (राजेश): एचआरटीसी के 8 हजार पैंशनर्ज पैंशन के इंतजार में हैं। निगम के पैंशनरों को मंगलवार को भी खाते में पैंशन नहीं है। पैंशनरों को समय पर पैंशन न मिलने से घर चलाना मुश्किल हो गया। वहीं कई बीमार पैंशनर्ज दवाइयों के लिए भी मोहताज हो गए हैं। वहीं पैंशनरों के संगठन बार-बार निगम प्रबंधन से पैंशन के लिए संपर्क कर रहे हैं, लेकिन निगम प्रबंधन कोई भी संतोषजनक जवाब पैंशनर संगठनों को नहीं दे रहा है। जिससे पैंशनरों में सरकार व निगम के प्रति रोष बढ़ता जा रहा है। वहीं पैंशन मामले को लेकर प्रदेश में पैंशनरों के दोनों संगठन एक हो गए हैं और एक संयुक्त संगठन बनाया है।
पथ परिवहन पैंशनर्ज कल्याण संगठन के प्रदेशाध्यक्ष देवराज ठाकुर ने कहा कि पैंशनरों के सब्र का बांध टूटता जा रहा है, क्योंकि 16 तारीख बीत गई है और छुट्टियों के बाद आज सभी सरकारी कार्यालय भी खुल गए हैं, लेकिन पैंशन को लेकर सरकार कोई गौर नहीं कर रही है। मुख्यालय से भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि संगठन 21 को शिमला में एक बैठक आयोजित करेगा और आगामी आंदोलन की रणनीति तैयार करेगा। हिमाचल परिवहन सेवानिवृत्त कर्मचारी कल्याण मंच के पूर्व अध्यक्ष एवं मुख्य सलाहकार बलराम पूरी ने कहा कि मई माह में आंदोलन होकर रहेगा, क्योंकि पैंशनर अब परेशान हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार व निगम प्रबंधन पैंशनरों को कोर्ट का दरवाजा का खटखटाने को मजबूर कर रहेे हैं। पहले की इस तरह के मामले कोर्ट में विचाराधीन हैं। यदि पैंशनर्ज कोर्ट गए, तो ब्याज सहित पूरा पैसा निगम को देना होगा। वहीं उन्होंने कहा कि निगम के कई पैंशनरों को अभी तक पैंशन ही नहीं लगी है। निगम प्रबंधन को पैंशनों को पैंशन देना शुरू करना चाहिए, इस संबंध में जल्द ही संगठन उप मुख्यमंत्री से भी मिलेगा।