Edited By Kuldeep, Updated: 30 Nov, 2024 04:37 PM
हिमाचल प्रदेश में सर्दियों का सीजन शुरू होने से पहले ही लोक निर्माण विभाग व प्रशासन अलर्ट हो गया है। लोक निर्माण विभाग ने बर्फबारी वाले क्षेत्रों के 6200 से अधिक फील्ड स्टाफ की छुट्टियों को रद्द कर दिया है।
शिमला (भूपिन्द्र): हिमाचल प्रदेश में सर्दियों का सीजन शुरू होने से पहले ही लोक निर्माण विभाग व प्रशासन अलर्ट हो गया है। लोक निर्माण विभाग ने बर्फबारी वाले क्षेत्रों के 6200 से अधिक फील्ड स्टाफ की छुट्टियों को रद्द कर दिया है। यानि इस दौरान कर्मचारियों को छुट्टियां नहीं मिलेंगी। इन कर्मचारियों को विशेष परिस्थितियों में ही छुट्टी दी जाएगी। छुट्टी के लिए कर्मचारी को इसकी सूचना पहले उच्च अधिकारी को कारण सहित देनी होगी। छुट्टियां दिसम्बर से 15 मार्च तक बर्फबारी का सीजन समाप्त होने तक नहीं मिलेंगी, लेकिन कई जिले व विभाग के सर्कल तथा मंडलों में हिमपात नहीं होता है। ऐसे में वहां पर यह निर्देश लागू नहीं होंगे।
साथ ही विभाग ने सभी अधिकारियों को भी अभी से ही अलर्ट रहने की भी हिदायत दी गई है, ताकि किसी भी आपदा के समय तत्काल स्थिति से निपटा जा सके। इसके अंतर्गत संबंधित उच्च अधिकारियों को यह सुनिश्चित बनाने को कहा गया है कि क्षेत्र के सभी इंजीनियर मौके पर जाकर सड़कों को बहाल करवाएं। बर्फ हटाने के लिए जे.सी.बी., डोजर सहित मजदूरों को तैयार रखने के भी निर्देश जारी किए गए हैं। आवश्यकता पड़ने पर मशीनरी व लेबर के लिए ठेकेदारों की सेवाएं लेने के लिए आदेश दिए गए हैं।
2 स्नो ब्लोअर मशीनें भी की तैनात
राज्य में लोक निर्माण विभाग ने पहली बार सड़कों से बर्फ हटाने के लिए 2 स्नो ब्लोअर मशीनें भी तैनात की हैं। यह मशीनें रोहड़ू व किलाड़ में तैनात की गई हैं। इन मशीनों की क्षमता 900 से 1200 टीपीएच (टन प्रति घंटा) की क्षमता है। इसके अलावा बर्फबारी वाले क्षेत्रों में विभाग ने करीब 100 जेसीबी व 16 रोबोट की तैनाती की गई है। इसके अलावा निजी ठेकेदारों से भी आवश्यकता के अनुसार किराए पर जेसीबी ली जाएंगी। इसके अलावा बर्फबारी के लिहाज से संवेदनशील स्थानों पर अभी से ही रेत-बजरी की व्यवस्था करने को कहा गया है, ताकि हिमपात होते ही इसे सड़कों व रास्तों में डाल कर फिसलन को कम किया जा सके।
लोक निर्माण विभाग के 23 मंडलों में आते हैं बर्फबारी वाले क्षेत्र
लोक निर्माण विभाग के करीब 23 मंडलों में बर्फबारी वाले क्षेत्र आते हैं। इसमें रामपुर, कल्पा, काजा, निरमंड, आनी, कुमारसैन, शिमला, ठियोग, करसोग, जुब्बल, कोटखाई, जंजैहली, रोहड़ू, डोडरा क्वार, कुल्लू, बंजार, मनी, उरयपुर, केलाड़, भरमौर, सलूणी, बैजनाथ तथा जोगिंद्रनगर आदि शामिल है।
राजस्व अधिकारियों को तत्काल रिपोर्ट भेजने के निर्देश
सरकार की ओर से राजस्व विभाग ने राजस्व अधिकारियों (पटवारी, कानूनगो, नायब तहसीलदार व तहसीलदार) को सर्दियों में बर्फबारी से होने वाले नुक्सान की रिपोर्ट तत्काल प्रशासन को भेजने की हिदायत दी है, ताकि उसे समय पर सरकार को भेजा जा सके। बरसात के साथ-साथ सर्दियों के सीजन में बर्फबारी से सबसे अधिक नुक्सान लोक निर्माण विभाग को ही होता है।
क्या कहते हैं लोक निर्माण विभाग के ईएनसी
लोक निर्माण विभाग के ईएनसी एनपी सिंह ने कहा कि विभाग ने बर्फबारी से निपटने के लिए पूरी तैयारियां कर दी हैं तथा फील्ड अधिकारियों व कर्मचारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। बर्फबारी वाले क्षेत्रों में फील्ड स्टाफ की छुट्टियां बंद कर दी हैं तथा जिन्होंने लंबी छुट्टी ली थी उसे रद्द किया गया है। उन्होंने कहा कि अस्पतालों व शिक्षण संस्थानों को जाने वाली सड़कों को प्राथमिकता के आधार पर खोलने के निर्देश दिए गए है।