Edited By Kuldeep, Updated: 05 Jun, 2023 11:14 PM
नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश को मिलने वाली एक भी ग्रांट नहीं रोकी। इतना जरूर है कि मनमर्जी से कर्ज लेने की सीमा पर अंकुश लगाया है।
शिमला (कुलदीप): नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश को मिलने वाली एक भी ग्रांट नहीं रोकी। इतना जरूर है कि मनमर्जी से कर्ज लेने की सीमा पर अंकुश लगाया है। उन्होंने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार ने अपने 2 वर्ष के कार्यकाल में जहां 5,000 करोड़ रुपए का कर्ज लिया, वहीं खुद को सुख की सरकार बताने वाली कांग्रेस सरकार ने 6 माह से कम अवधि में करीब 7,000 करोड़ रुपए का कर्ज ले लिया है। जयराम ठाकुर जुब्बल-कोटखाई विधानसभा क्षेत्र के खड़ापत्थर में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के नेता केंद्र सरकार के नेताओं को दिल्ली में गुलदस्ता देने के बाद शिमला पहुंचने पर गालियां निकालते हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के व्यवस्था परिवर्तन का आलम यह है कि उसने 6 माह से पहले ही करीब 1 हजार संस्थानों को डिनोटिफाई कर दिया है।
10 जन्म में भी पूरी नहीं होंगी 10 गारंटियां
जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार विधानसभा चुनाव में दी गई अपनी 10 गारंटियों को 10 जन्म में भी पूरा नहीं कर पाएगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के झूठ का पर्दाफाश हो चुका है। ऐसे में प्रदेश की जनता केंद्र सरकार और पूर्व भाजपा सरकार के काम की बदौलत लोकसभा चुनाव में भारी बहुमत से उसे विजयी बनाएगी।
नरेंद्र बरागटा की पुण्यतिथि पर कार्यकर्ता सम्मानित
पूर्व मुख्यमंत्री ने पूर्व मंत्री स्वर्गीय नरेंद्र बरागटा की पुण्यतिथि के अवसर पर भाजपा कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया। इस दौरान उन्होंने भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं से उनके अनुभवों को भी जाना। उन्होंने कहा कि नरेंद्र बरागटा के प्रयासों से क्षेत्र में 100 करोड़ रुपए का प्रोसैसिंग प्लांट लग रहा है।
शिमला की यातायात व्यवस्था दुरुस्त करने की आवश्यकता
जयराम ठाकुर ने कहा कि विश्व का सबसे बेहतरीन टूरिस्ट डैस्टीनेशन होने के कारण शिमला की यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने की आवश्यकता है। इसके लिए पूर्व सरकार ने पार्किंग की व्यवस्था करने के अलावा सड़कों को भी चौड़ा किया। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में कांग्रेस के सत्ता में काबिज होने के बाद शिमला शहर सहित प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में चल रहे विकास कार्य ठप्प पड़ गए हैं। उन्होंने ठियोग के समीप खराब हुई सड़कों को सरकार को शीघ्र दुरुस्त करने को कहा।