Edited By Kuldeep, Updated: 10 Aug, 2024 05:01 PM
जीएनएम की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों को इस कोर्स में प्रवेश करने के लिए दूसरा मौका मिल गया है। जो छात्र जीएनएम प्रवेश के लिए पहली सूची में जगह नहीं बना सके हैं, उसके लिए द्वितीय चरण की काऊंसलिंग रखी गई है।
शिमला (संतोष): जीएनएम की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों को इस कोर्स में प्रवेश करने के लिए दूसरा मौका मिल गया है। जो छात्र जीएनएम प्रवेश के लिए पहली सूची में जगह नहीं बना सके हैं, उसके लिए द्वितीय चरण की काऊंसलिंग रखी गई है। यह केंद्रीकृत काऊंसलिंग 27 नवम्बर को आईजीएमसी के सभागार में होगी। ऐसे उम्मीदवार जिन्होंने 3 वर्ष की जीएनएम परीक्षा के लिए पहले ही आवेदन कर दिया है, वे दूसरी काऊंसलिंग में भाग ले सकते हैं।
फिलहाल सरकारी जीएनएम स्कूलों में 34 सीटें खाली हैं। इनमें जीएनएम स्कूल बिलासपुर में 3, चम्बा में 8, रामपुर में 9, मंडी में 3, टांडा में 3 और नाहन में 8 सीटें शामिल हैं। इस पाठ्यक्रम में चयन का मानदंड पूरी तरह से उम्मीदवार की 10 जमा दो की योग्यता पर आधारित है। इसमें पहली प्राथमिकता 10 जमा दो (मैडीकल स्ट्रीम) के उम्मीदवारों को दी जाएगी और मैडीकल स्ट्रीम के योग्य उम्मीदवारों की अनुपलब्धता की स्थिति में दूसरी प्राथमिकता 10 जमा दो (गैर-मैडीकल स्ट्रीम) के उम्मीदवारों को दी जाएगी।
डीएमई डा. राकेश शर्मा ने कहा कि प्रथम चरण की प्रतीक्षा सूची के उम्मीदवार निर्धारित तिथि, समय और स्थान पर सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ काऊंसलिंग में भाग ले सकते हैं। मूल दस्तावेज जैसे मैट्रिकुलेशन, 10 जमा दो, तहसीलदार द्वारा जारी चरित्र प्रमाण पत्र, एससी/एसटी/ओबीसी और आईआरडीपी/ईडब्ल्यूएस (संबंधित एसडीएम/तहसीलदार द्वारा जारी) उपनिदेशक, सैनिक कल्याण विभाग)/शारीरिक विकलांग/एफएफ वार्ड द्वारा विधिवत हस्ताक्षरित प्रमाण पत्र और प्रत्येक प्रमाण पत्र की स्वप्रमाणित फोटोकॉपी भी लाएं।
उन्होंने कहा कि यदि उम्मीदवार केंद्रीकृत काऊंसलिंग के पहले दौर के दौरान आबंटित अपनी सीट से संतुष्ट है, तो उसे काऊंसलिंग के अगले दौर में भाग लेने की आवश्यकता नहीं है। काऊंसलिंग के दूसरे दौर के दौरान एक स्कूल से दूसरे स्कूल में स्थानांतरण/उन्नयन भी किया जाएगा।