Edited By Kuldeep, Updated: 28 Dec, 2024 10:16 PM
पूर्व प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह का शनिवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू नई दिल्ली के निगम बोध घाट पर डा. मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार में शामिल हुए।
शिमला (भूपिन्द्र): पूर्व प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह का शनिवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू नई दिल्ली के निगम बोध घाट पर डा. मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार में शामिल हुए। इससे पहले मुख्यमंत्री ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी मुख्यालय में डा. मनमोहन सिंह को पुष्पांजलि अर्पित की, जहां उनकी पार्थिव देह को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री और प्रदेश मंत्रिमंडल के सदस्यों ने भी डा. मनमोहन सिंह को उनके आवास पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस दौरान दिल्ली में मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह ने देश की अर्थव्यवस्था को नई दिशा दिखाने का कार्य किया। उन्होंने कहा कि डा. मनमोहन सिंह ने देश को आर्थिक संकट से उबारा और दुनिया को आर्थिक चुनौतियों से निपटने का मार्ग दिखाया। उनकी दूरदर्शी नीतियों की बदौलत मनरेगा जैसी योजना आज करोड़ों परिवारों की जिंदगी में उजाला भर रही है और उनके घरों में चूल्हे जलने का कारण बन रही है। उन्होंने कहा कि देश में जब आर्थिक संकट आया तो वह देश के वित्त मंत्री थे।
इस दौरान उन्होंने देश को जहां आर्थिक संकट से उभारा, वहीं देश का गिरवी रखा सोना भी वापस लाया तथा देश की गरिमा को नई पहचान दी तथा जब देश के प्रधानमंत्री बने तो देश की अर्थव्यवस्था को नई दिशा दिखाने का कार्य किया। देश के 1.40 करोड़ देशवासियों के लिए वह कई योजनाएं लेकर आए, जिसमें मनरेगा उसका जीता जागता उदहारण है। यदि मनरेगा न होती तो कोरोना काल में ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार की कमी रहती। इसके अलावा उन्होंने राइट टू एजुकेशन, राइट टू फूड व राइट टू इम्प्लाइमैंट जैसी योजनाएं भी लाईं। उन्होंने कहा कि देश को एक दिशा प्रदान कर वे हम सबको छोड़कर चले गए।