Edited By Kuldeep, Updated: 31 Aug, 2024 09:06 PM
राज्य सरकार हिमाचल प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड लिमिटेड को अपने पैरों पर खड़ा करने के लिए सभी प्रभावी पग उठाएगी। इसके लिए आगामी समय में प्रदेश में बिजली की दरें बढ़ सकती हैं।
शिमला (ब्यूरो): राज्य सरकार हिमाचल प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड लिमिटेड को अपने पैरों पर खड़ा करने के लिए सभी प्रभावी पग उठाएगी। इसके लिए आगामी समय में प्रदेश में बिजली की दरें बढ़ सकती हैं। हालांकि ये दरें पड़ोसी राज्यों में मिलने वाली बिजली से अधिक नहीं होंगी। बिजली बोर्ड को घाटे से उबारने सहित अन्य विषयों पर चर्चा के लिए तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी की अध्यक्षता में गठित मंत्रिमंडलीय उप-समिति की पहली बैठक हुई। बैठक में उप-समिति के सदस्य आयुष मंत्री यादविंदर गोमा और राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष भवानी सिंह पठानिया ने भी भाग लिया।
बैठक में तकनीकी शिक्षा मंत्री ने कहा कि बिजली बोर्ड को उपभोक्ता मित्र बनाकर आर्थिक रूप से और सुदृढ़ किया जाएगा। बोर्ड के प्रत्येक क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करते हुए महत्वपूर्ण क्षेत्रों को चिन्हित कर उन्हें मजबूत करने के प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार संसाधनों की बचत के साथ संसाधन सृजन की दिशा में भी कार्य कर रही है और विद्युत का कुशल प्रबंधन भी सुनिश्चित किया जा रहा है। उप-समिति ने बोर्ड की जल विद्युत परियोजनाओं सहित विद्युत वितरण संबंधी योजनाओं पर जानकारी ली। बैठक के दौरान बोर्ड से संबंधित मुद्दों पर अधिकारियों ने विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर अधिकारियों की तरफ से प्रस्तुति भी दी गई। बैठक में बिजली बोर्ड के प्रबंध निदेशक संदीप कुमार और बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।