Edited By Kuldeep, Updated: 21 Jul, 2024 06:44 PM
क्रिप्टो करंसी स्कैम के मास्टरमाइंड सुभाष शर्मा का एसआईटी वीजा रद्द करवाएगी। इसको लेकर जांच टीम पूरे होमवर्क में जुटी हुई है। साथ ही एसआईटी अन्य औपचारिकताओं को पूरी करने के लिए केंद्रीय जांच एजैंसियों का भी सहयोग ले रही है।
शिमला (राक्टा): क्रिप्टो करंसी स्कैम के मास्टरमाइंड सुभाष शर्मा का एसआईटी वीजा रद्द करवाएगी। इसको लेकर जांच टीम पूरे होमवर्क में जुटी हुई है। साथ ही एसआईटी अन्य औपचारिकताओं को पूरी करने के लिए केंद्रीय जांच एजैंसियों का भी सहयोग ले रही है। जांच टीम के पास आरोपी के यूएई में छिपे होने के पुख्ता साक्ष्य हैं। 2500 करोड़ रुपए की ठगी का मामला सामने आने के बाद से यह फरार है। सुभाष शर्मा मंडी जिले के सरकाघाट का रहने वाला है और वह 2 बार अपने वीजा की अवधि बढ़ा चुका है। ऐसे में अब एसआईटी उसके वीजा को ही निरस्तीकरण करवाना चाह रही है ताकि उसके बच निकलने के सारे रास्ते बंद किए जा सकें।
जांच में सामने आया है कि मुख्य आरोपी सुभाष घोटाले का खेल शुरू करने से पहले कई दफा अपने कुछ साथियों के साथ विदेश गया। वहां उन्होंने डिजिटल करंसी का पूरा खेल समझा और फिर एक साफ्टवेयर तैयार किया। तत्पश्चात शातिर आरोपियों ने फर्जी वैबसाइट तैयार की जिसमें निवेशकों को उनकी आईडी खोलने पर एक ऐसी डिजिटल करंसी दिन-प्रतिदिन ग्रोथ करते नजर आती थी जो वास्तव में थी ही नहीं। डबल रिटर्न के लालच में लोगों के समक्ष डिजिटल करंसी का ऐसा जाल बुना गया कि उन्होंने भी झांसे में आकर जीवन भर की पूंजी निवेश कर दी जबकि बाद में उनके हाथ कुछ भी नहीं लगा। वर्ष 2018 और 2023 के बीच इस स्कैम को अंजाम दिया गया।
राशि लौटाने की राह नहीं आसान
क्रिप्टो करंसी के शिकार हुए निवेशकों को उनकी राशि लौटाने की राह आसान नहीं है। हालांकि आरोपियों की करोड़ों रुपए की संपत्तियों को जब्त किया जा रहा है लेकिन उनकी कुर्की कर निवेशकों की राशि लौटाने के लिए एक लंबी प्रकिया है। साथ ही सभी निवेशकों को उनकी राशि वापस मिल जाए, ये भी संभव नहीं है। हालांकि जांच एजैंसी ये रिकार्ड जुटा चुकी है कि किस निवेशक की कितनी राशि डूबी है।