Edited By Vijay, Updated: 08 Apr, 2020 10:55 PM

हिमाचल प्रदेश में बुधवार को 128 कोरोना संदिग्धों के सैंपल लिए गए, जिनमें से 126 की रिपोर्ट नैगेटिव आई है। वहीं 2 सैंपलों की रिपोर्ट आना बाकी है। इन सैंपलों की जांच टांडा अस्पताल, कसौली व आईजीएमसी में हुई है। आज तक कुल 662 लोगों के सैंपल लिए जा चुके...
शिमला (योगराज): हिमाचल प्रदेश में बुधवार को 128 कोरोना संदिग्धों के सैंपल लिए गए, जिनमें से 126 की रिपोर्ट नैगेटिव आई है। वहीं 2 सैंपलों की रिपोर्ट आना बाकी है। इन सैंपलों की जांच टांडा अस्पताल, कसौली व आईजीएमसी में हुई है। आज तक कुल 662 लोगों के सैंपल लिए जा चुके हैं, जिनमें से 633 लोगों की रिपोर्ट नैगेटिव आई है। प्रदेश में 27 मामले पॉजीटिव पाए गए हैं, वहीं 2 लोग इलाज के उपरांत स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। 2 लोग प्रदेश के बहार इलाज के लिए जा चुके हैं और 1 व्यक्ति की कोरोना वायरस के चलते मौत हो चुकी है। प्रदेश के अस्पतालों में कोरोना प्रभावित 20 लोगों का उपचार चल रहा है। हिमाचल में कुल 4855 लोगों को निगरानी में रखा गया है और जिनमें से 2387 लोगों ने 28 दिन की जरूरी निगरानी अवधि को पूरा कर लिया है।
जिला के अस्पतालों को किया चिन्हित
अतिरिक्त मुख्य सचिव आरडी धीमान ने कहा कि प्रदेश के हर जिला के लिए ऐसे अस्पतालों को चिन्हित कर लिया है, जहां पर ऐसे कोविड-19 पॉजीटिव केस रखे जाएंगे, जिनमें अभी तक या तो लक्षण नहीं पाए गए हैं या बहुत कम लक्षण सामने आए हैं। ऐसा करने का लाभ यह होगा कि अब जरूरत के हिसाब से कोविड-19 पॉजीटिव लोगों को इलाज के लिए दूर अस्पतालों में नहीं जाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा लोगों के नमूनों की जांच के लिए सुविधा प्रदान करने की कोशिश की जा रही है।
50 लाख से अधिक लोगों की हुई मौखिक जांच
प्रदेश में चल रहे एक्टिव केस फाइंडिंग कैंपेन के अंतर्गत 50 लाख से अधिक लोगों की मौखिक जांच की जा चुकी है। इनमें से खांसी, बुखार या फ्लू इत्यादी से ग्रसित लोगों को गृह निगरानी या फिर संस्थागत निगरानी में रखा जा रहा है। उन्हें जरूरत के हिसाब से इलाज भी प्रदान किया जा रहा है।