Edited By Kuldeep, Updated: 30 Nov, 2024 09:34 PM
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सीमा कॉलेज का नामकरण पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के नाम पर करने की घोषणा की है। इसके अलावा आगामी शैक्षणिक सत्र से कॉलेज में बी.एड. कोर्स को शुरू किया जाएगा।
रोहड़ू (कुठियाला): मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सीमा कॉलेज का नामकरण पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के नाम पर करने की घोषणा की है। इसके अलावा आगामी शैक्षणिक सत्र से कॉलेज में बी.एड. कोर्स को शुरू किया जाएगा। सुखविंदर सिंह सुक्खू सीमा कॉलेज (अब वीरभद्र सिंह कॉलेज) रोहड़ू के वार्षिक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कॉलेज के छात्रावास के निर्माण को उदार वित्तीय सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया और कहा कि कॉलेज में बहुउद्देशीय भवन भी बनाया जाएगा।
उन्होंने आरोप लगाया कि पिछली भाजपा सरकार के कार्यकाल में शिक्षा स्तर निरंतर नीचे गिरा। पूर्व भाजपा सरकार की तरफ से चुनावी लाभ के लिए बिना बजट प्रावधान के 900 शिक्षण और स्वास्थ्य संस्थान खोल दिए गए। इस कारण आज सरकार को जनहित में कड़े निर्णय लेने पड़ रहे हैं, जिसके आने वाले समय में धरातल पर सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को अच्छी शिक्षा और रोजगार के बेहतर अवसर सुनिश्चित करने के लिए नए व्यावसायिक पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे। राज्य सरकार भविष्य की चुनौतियों के लिए युवाओं को तैयार करने के लिए प्रयासरत है।
कांटों से भरी होती है राजनीति की राह
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राजनीति की राह कांटों से भरी होती है। वह हमेशा राजनीति के क्षेत्र में संघर्ष करके आगे बढ़े हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि कड़ी मेहनत से ही जीवन में सफलता प्राप्त की जा सकती है तथा दृढ़ इच्छाशक्ति से जीवन में किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया और नशे से दूर रहने की शपथ भी दिलाई।
रोहड़ू से मेरे बहुत से सहपाठी रहे
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपने विद्यार्थी जीवन के दिनों को याद करते हुए कहा कि आज मुझे यहां अपने कॉलेज के दिन याद आ रहे हैं। संजौली कॉलेज में शिक्षा हासिल करने के दौरान रोहड़ू से मेरे बहुत से सहपाठी रहे हैं। उस समय में मेरे माता-पिता सरकारी क्षेत्र में नौकरी करने के लिए प्रेरित करते थे, लेकिन मैंने राजनीतिक क्षेत्र को चुना। उन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए विद्यार्थियों को 1 लाख रुपए देने की घोषणा की।