हिमाचल के सबसे बड़े अस्पताल में फिर रैगिंग, सीनियर डॉक्टरों ने जूनियर को पीटा

Edited By Vijay, Updated: 25 Aug, 2020 10:08 PM

ragging again in largest hospital of himachal

हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक बार फिर से रैगिंग का मामला सामने आया है। अस्पताल प्रबंधन के पास मामला पहुंचने के बाद कालेज प्रबंधन ने मामला पुलिस को सौंप दिया है।

शिमला (योगराज): हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक बार फिर से रैगिंग का मामला सामने आया है। अस्पताल प्रबंधन के पास मामला पहुंचने के बाद कालेज प्रबंधन ने मामला पुलिस को सौंप दिया है। जानकारी के अनुसार दो सीनियर पर जूनियर छात्र की रैगिंग व मारपीट करने के आरोप लगे हैं। पुलिस के अनुसार सोमवार रात को 2 सीनियर जोकि इंटर्न पर आईजीएमसी में सेवाएं दे रहे हैं उन्होंने तृतीय वर्ष के छात्र की पिटाई कर दी, जिसकी शिकायत छात्र ने अस्पताल प्रबंधन व पुलिस में भी दर्ज करवाई है।

जूनियर डॉक्टर ने दर्ज शिकायत में दोनों इंटर्न डॉक्टर्स पर आरोप लगाया है उक्त दोनों ने शराब के नशे में धुत्त और होस्टल के गेट पर उसके साथ बहसबाजी की। इस दौरान दोनों सीनियर्स ने जूनियर की पिटाई कर दी, जिसकी पूरी घटना सीसीटीवी में भी कैद है। मामले की पुष्टि करते हुए शिमला एसपी मोहित चावला ने बताया कि आईजीएमसी के  तृतीय वर्ष के छात्र ने लक्कड़ बाजार चौकी में शिकायत दी है कि उसके साथ रैगिंग हुई है और नशे की हालत में मारपीट की है। शिकायत के आधार पर 2 सीनियर्स के खिलाफ  रैगिंग एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। मामले की छानबीन की जा रही है।

यह था मामला

पुलिस में दर्ज शिकायत के अनुसार पीड़ित छात्र ने बताया है कि वह सोमवार देर रात करीब 11 बजे के करीब भावा होस्टल से अपने होस्टल रमन होस्टल की तरफ  आ रहा था। इस दौरान उसके साथ एग्जाम की तैयारियों को लेकर भावा होस्टल में बैचमेट्स भी थे। इस दौरान जब वह गेट पर पहुंचा तो देखा कि हंगामा चल रहा था। दोनों सीनियर्स ने शराब पी थी और बहसबाजी चल रही थी। उनको रोकने की कोशिश की जा रही थी लेकिन इसी बीच दोनों ने पहले गालियां दीं और फिर पिटाई कर दी। उसके बाद पीड़ित ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस के आने पर दोनों वहां से भाग गए।

एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक के बाद पुलिस को मामला देने का निर्णय

अस्पताल प्रशासन के समक्ष मामला आने के बाद प्रधानाचार्य ने मंगलवार को रैगिंग कमेटी की बैठक बुलाई, जिसमेंं दोनों पक्षों को आमने-सामने बिठा कर बात की गई और पूरे मामले की छानबीन की गई। यह बैठक दोपहर बाद से शाम करीब 6.30 बजे तक चली, जिसमें कमेटी ने यह मामला पुलिस को सौंपने का निर्णय लिया। आईजीएमसी प्रधानाचार्य डॉ. रजनीश पठानिया ने बताया कि  रैगिंगकी शिकायत के बाद एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक के बाद मामला पुलिस में देने का निर्णय लिया है। मामला पुलिस को सौंप दिया जाएगा। दोनों आरोपी डॉक्टर्स को निष्कासित भी कर दिया है।

वर्ष 2018 में भी हुई थी आईजीएमसी में रैगिंग

आईजीएमसी में 2 साल पहले भी रैगिंग का मामला सामने आया था। इसमें फ्रेशर पार्टी खत्म हाेने के बाद कुछ सीनियर छात्राें ने जूनियर छात्राें की पिटाई कर दी थी। इसमें एक छात्र ने अज्ञात पत्र भेजकर प्रिंसिपल काे शिकायत की थी। जब एंटी रैगिंग कमेटी छानबीन की ताे इसमें जूनियर छात्राें ने प्रशासन के सामने रैगिंग की बात रखी थी। मामला पुलिस में भी पहुंचा था। हालांकि बाद में आपसी समझाैता हाे गया था।

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