Edited By Vijay, Updated: 03 Feb, 2020 05:33 PM
31 जनवरी से शुरू हुए संसद के बजट सत्र में सोमवार को नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी के मुद्दे पर खूब हंगामा हुआ। कांग्रेस, तृणमूल, माकपा और राजद समेत विपक्षी दलों के सांसदों ने लोकसभा में वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर के भाषण का विरोध करते...
नई दिल्ली/शिमला: 31 जनवरी से शुरू हुए संसद के बजट सत्र में सोमवार को नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी के मुद्दे पर खूब हंगामा हुआ। कांग्रेस, तृणमूल, माकपा और राजद समेत विपक्षी दलों के सांसदों ने लोकसभा में वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर के भाषण का विरोध करते हुए ‘गोली मारना बंद करो, देश को तोडऩा बंद करो’ के नारे लगाए। इसके साथ ही सीएए-एनआरसी पर प्रधानमंत्री मोदी से जवाब मांगा। इसके बाद जब भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा भाषण दे रहे थे तो विपक्ष ने विरोध जताते हुए सदन से वॉकआऊट कर दिया।
बता दें कि अनुराग ठाकुर ने पिछले हफ्ते एक रैली में देशद्रोहियों को गोली मारने के नारे लगवाए थे। इसके बाद से दिल्ली में प्रदर्शन स्थलों के पास फायरिंग की 3 घटनाएं सामने आ चुकी हैं। वहीं भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा ने शाहीन बाग को लेकर विवादित बयान दिया था। विपक्ष ने इन मुद्दों पर तत्काल चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है।
विपक्ष ने संसद द्वारा पारित नागरिकता कानून को असंवैधानिक करार दिया है और इसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। इस पर इसी महीने सुनवाई होने वाली है। विपक्षी पार्टियों ने उन मुख्यमंत्रियों से एनपीआर लागू न करने का आग्रह किया है जो नागरिकता कानून का विरोध कर रहे हैं।