Edited By kirti, Updated: 06 Dec, 2019 02:22 PM
हिमाचल प्रदेश में हरलोग को उपतहसील का दर्जा दिलवाने के लिए लोगों ने परिधि गृह बिलासपुर से जिलाधीश कार्यालय तक रोष रैली निकली। इस मौके पर जनता को सम्बोधित करते हुए युवा नेता आशीष ठाकुर ने भी सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर गुबार निकाला। उन्होंने कहा...
बिलासपुर(मुकेश): हिमाचल प्रदेश में हरलोग को उपतहसील का दर्जा दिलवाने के लिए लोगों ने परिधि गृह बिलासपुर से जिलाधीश कार्यालय तक रोष रैली निकली। इस मौके पर जनता को सम्बोधित करते हुए युवा नेता आशीष ठाकुर ने भी सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर गुबार निकाला। उन्होंने कहा कि त्युंन सरयून धार का जो क्षेत्र है वो आज भी विकास की दृष्टि से पिछड़ा हुआ है। इस क्षेत्र में 11 पंचायतों के लोग रहते है। जंहा की जनसंख्या लगभग 55000 है। इतनी ज्यादा जनसंख्या होने के बावजूद इस क्षेत्र को आज तक उपतहसील का दर्जा नहीं दिया गया।
बता दें कि उपतहसील की मांग इस क्षेत्र के लोग 1980 के दशक से करते आए है पर बड़े ही शर्म की बात है कि आज तक इस क्षेत्र के लोगों को मीठी गोलियों के अलावा कुछ भी हासिल नहीं हुआ। इस क्षेत्र के लोगों को आज भी तहसील के कार्य करवाने के लिए घुमारवीं का रुख करना पड़ता है। घुमारवीं की दूरी लगभग 35 किलोमीटर है। जिससे इस क्षेत्र के लोगों के समय और पैसे दोनों की बर्बादी होती है। यंहा के लोग मुख्यतः कृषि पर निर्भर है और आर्थिक दृष्टि पर ज्यादा सक्षम नहीं है आशीष ठाकुर ने कहा कि पूर्व में कई बार उक्त पंचायतों से प्रस्ताव पारित कर मुख्यमंत्री कार्यालय भेजे जा चुके है पर सरकार और प्रशासन ज्यों का त्यों बैठा हुआ है,उनकी तरफ से कोई भी कार्रवाई अमल में नही लाई गई है।
आशीष ठाकुर ने कहा कि त्युंन सरयून धार की जनता के मतों से जीतकर नेतागण आज देश पर प्रदेश का नेतृत्व कर रहे है पर उक्त नेताओं ने सिर्फ इस धार के लोगों को वोट बैंक के लिए छला है,सदर विधानसभा क्षेत्र की हार ओर जीत का फैसला इसी धार पर निर्भर करता है,सम्बोधन के तुरंत पश्चात क्षेत्र के लोगों ने जिलाधीश कार्यालय के बाहर धरना दिया और उसके बाद एक प्रतिनिधिमंडल जिलाधीश राजेश्वर गोयल से मिला और उनके माध्यम से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जी को ज्ञापन भेजा गया,सभा के लोगों ने मुख्यमंत्री जी से मांग की है कि आगामी केबिनेट की बैठक में हरलोग को उपतहसील का दर्जा दिया जाए। इसके साथ ही उन्होंने सरकार और प्रशासन को चेतावनी भी दी कि अगर आगामी 2 महीने में हरलोग को उपतहसील का दर्जा नहीं दिया गया तो उग्र आंदोलन चलाएंगे।