Edited By Jyoti M, Updated: 05 Jun, 2025 11:39 AM

हिमाचल प्रदेश में इस हफ्ते मौसम ने अचानक करवट ली है। आमतौर पर जून में जहां गर्मी अपने चरम पर होती है, वहीं इस बार हिमाचल में दिसंबर जैसी ठंड महसूस की जा रही है। बुधवार को प्रदेश के पाँच ज़िलों - शिमला, कांगड़ा, लाहौल-स्पीति, कुल्लू और चंबा में जमकर...
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश में इस हफ्ते मौसम ने अचानक करवट ली है। आमतौर पर जून में जहां गर्मी अपने चरम पर होती है, वहीं इस बार हिमाचल में दिसंबर जैसी ठंड महसूस की जा रही है। बुधवार को प्रदेश के पाँच ज़िलों - शिमला, कांगड़ा, लाहौल-स्पीति, कुल्लू और चंबा में जमकर बारिश हुई, जिसने तापमान में भारी गिरावट दर्ज की है।
ऊँची चोटियों पर बर्फबारी का नज़ारा
बारिश के साथ-साथ, लाहौल-स्पीति, कुल्लू और चंबा की ऊँची चोटियों पर, साथ ही शिमला के चांशल में भी ताज़ा बर्फबारी हुई है। शिमला शहर में बारिश के साथ-साथ ओले भी गिरे, जिसने मौसम को और सर्द बना दिया।
फंसे पर्यटकों का सुरक्षित रेस्क्यू
चंबा के सचे जोत में मंगलवार रात हुई भारी बर्फबारी के कारण लगभग 70 पर्यटक फंस गए थे। प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इन सभी सैलानियों को सुरक्षित रेस्क्यू कर पांगी पहुँचा दिया है, जो एक बड़ी राहत की खबर है। बर्फबारी के कारण बंद हुई डोडरा क्वार सड़क को वाहनों के लिए फिर से खोल दिया गया है, लेकिन सचे जोत में सड़क अभी भी बंद है और उसे खोलने का काम जारी है।
आगे भी रहेगा मौसम का मिजाज ठंडा
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने अनुमान जताया है कि गुरुवार को भी प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश और अंधड़ की संभावना है। हालांकि, शुक्रवार से मौसम साफ होने की उम्मीद है, जिससे लोगों को थोड़ी राहत मिल सकती है।
जून की गर्मी हुई गायब
मौसम में आए इस अप्रत्याशित बदलाव के कारण जून की तपिश पूरी तरह से गायब हो गई है। पहाड़ी इलाकों के साथ-साथ मैदानी ज़िलों में भी ठंडक बढ़ गई है। लाहौल की कोकसर घाटी में तो रात का तापमान शून्य से भी नीचे चला गया है, जो इस समय के लिए एक असामान्य स्थिति है। बुधवार को अधिकतम तापमान भी सामान्य से पाँच डिग्री सेल्सियस तक नीचे लुढ़क गया, जिससे दिनभर ठिठुरन महसूस होती रही।
मंगलवार रात से शुरू हुई बारिश का दौर बुधवार को भी लगातार जारी रहा। लाहौल, पांगी और किन्नौर जैसे क्षेत्रों में लोग जून में दिसंबर जैसी ठंड का अनुभव कर रहे हैं। घाटी में दशकों बाद मौसम में इस तरह का बदलाव देखा जा रहा है, जिससे लोग कोट, जैकेट और स्वेटर पहनने को मजबूर हो गए हैं। बुधवार को रोहतांग सहित अन्य ऊँची चोटियों पर बर्फबारी लगातार जारी रही। कुल्लू ज़िले के साथ-साथ लाहौल के निचले इलाकों में भी बारिश दर्ज की गई। धर्मशाला और आसपास के इलाकों में बारिश के साथ ठंडी हवाएँ चलीं। वहीं, ऊना में सुबह मौसम साफ रहा, लेकिन शाम को बूंदाबांदी हुई। चंबा में मंगलवार रात को हुई बारिश और अंधड़ से सेब की फ़सल को कुछ नुकसान भी हुआ है, जिससे किसानों की चिंताएँ बढ़ गई हैं।