Edited By Vijay, Updated: 04 Jun, 2025 11:25 AM

जिला सिरमौर की कालाअम्ब पुलिस ने पोस्टमार्टम के तुरंत बाद ईं. जितेंद्र मर्डर मिस्ट्री को सुलझा दिया है। जितेंद्र की हत्या के मामले में उसका दोस्त मनीष ही हत्यारा निकला।
नाहन (आशु): जिला सिरमौर की कालाअम्ब पुलिस ने पोस्टमार्टम के तुरंत बाद ईं. जितेंद्र मर्डर मिस्ट्री को सुलझा दिया है। जितेंद्र की हत्या के मामले में उसका दोस्त मनीष ही हत्यारा निकला। दोनों पंजाब के खरड़ में एक साथ रहते थे और आपस में दोस्त थे। वारदात के बाद आरोपी जितेंद्र की गाड़ी लेकर फरार हो गया था। आरोपी मनीष को आज अदालत में पेश किया जाएगा।
30 मई काे सामने आया था मामला
एसपी सिरमौर एनएस नेगी ने बताया कि यह मामला 30 मई, 2025 को सामने आया था। पुलिस थाना कालाअम्ब में पुलिस कंट्रोल रूम नाहन से सूचना मिली थी कि पालियों में एक व्यक्ति जख्मी हालत में पड़ा है। सूचना पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और जितेंद्र निवासी बर्मापापड़ी, तहसील नाहन को नाहन मेडिकल काॅलेज पहुंचाया गया, लेकिन हालत गंभीर होने के कारण उसे हायर सैंटर रैफर कर दिया गया। इस पर पुलिस थाना कालाअम्ब में हत्या के प्रयास का केस दर्ज किया गया।
सीसीटीवी फुटेज बना अहम सबूत
एसपी ने बताया कि इसी बीच सीसीटीवी की मदद एक गाड़ी का पता लगाया गया। आरोपी मारपीट के बाद जितेंद्र की ही गाड़ी को लेकर मौके से फरार हो गया था। इसकी पुष्टि सीसीटीवी कैमरों से भी हुई है। एसएफएस जुन्गा की टीम को भी मौके पर बुलाकर भौतिक साक्ष्य एकत्रित किए गए। उन्होंने बताया कि उज्जल मारी फोरैस्ट चैक पोस्ट पर लगे सीसीटीवी की फुटेज को चैक किया गया, तो जितेंद्र की गाड़ी घटनास्थल की तरफ सुबह करीब 4 बजकर 12 मिनट पर आती हुई और वारदात के बाद सुबह 5 बजकर 2 मिनट पर वापस जाती दिखाई दी। इन सबूतों के आधार पर कालाअम्ब पुलिस थाना से एक टीम 31 मई को संदेह के आधार पर उसक दोस्त की तलाश में चंडीगढ़, मोहाली व अमृतसर आदि के लिए रवाना की गई थी। इसी बीच चंडीगढ़ के ओजस अस्पताल में भर्ती जितेंद्र की उपचार के दौरान मौत हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस टीम ओजस अस्पताल चंडीगढ़ पहुंची और शव को मेडिकल काॅलेज नाहन लाया गया। मंगलवार को नाहन में ही पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया, साथ ही मामले में हत्या की धारा को शामिल किया गया। एसपी ने बताया कि मंगलवार को वांछित आरोपी मनीष कुमार को पूछताछ के लिए पंजाब के अमृतसर से पुलिस थाना कालाअम्ब लाया गया, जहां पूछताछ के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि आरोपी को बुधवार को अदालत में पेश किया जाएगा, जहां से पुलिस रिमांड लेकर मामले में आगामी जांच अमल में लाई जाएगी। इसके बाद ही मामले से जुड़ी अन्य जानकारी को सांझा किया जा सकेगा।
आईसीयू में मिलने आए थे मनीष और उसकी महिला मित्र
खास बात यह रही कि यह मामला धीरे-धीरे राजनीतिक रंग लेने लगा था, लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने सतर्कता से त्वरित कार्रवाई कर मामले का पर्दाफाश कर दिया। मंगलवार दोपहर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डाॅ. राजीव बिंदल व पूर्व जिला भाजपा अध्यक्ष विनय गुप्ता ने भी कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। पत्रकार वार्ता के बीच पीड़ित जितेंद्र की बहन हिमांशु ने कहा कि पुलिस द्वारा केस की जांच को लेकर उन्हें कोई जानकारी नहीं दी जा रही है। युवती ने बताया कि मनीष और उसकी एक महिला मित्र आईसीयू में भी भाई से मिलने आए थे। उन्होंने कहा कि मनीष के साथ जो हुआ है, वह बहुत ही दर्दनाक है। पीड़ित की बहन ने मांग की कि आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए, ताकि भविष्य में कोई और ऐसा अपराध करने से पहले सोचे। पीड़ित की बहन ने बताया कि परिवार इस समय बहुत परेशान है और उन्हें न्याय की उम्मीद है। उन्होंने पुलिस से मांग की है कि वे जल्द से जल्द केस की जांच पूरी करें और आरोपी को सजा दिलाएं।
महिला मित्र की मौजूदगी में दिया वारदात को अंजाम
शुरूआती जांच में खुलासा हुआ है कि इस हत्याकांड को आरोपी मनीष ने अपनी महिला मित्र की मौजूदगी में अंजाम दिया। पुलिस सूत्रों के अनुसार 29 मई की शाम को मामले की शुरूआत पंजाब के खरड़ से हुई, जहां जितेन्द्र, आरोपी मनीष और एक युवती पार्टी करने के लिए मिले। बीयर पार्टी पूरी रात चली और अगले दिन ये लोग पंचकूला होते हुए सिरमौर की तरफ रवाना हुए। इसके लिए जितेन्द्र की ही कार का इस्तेमाल किया गया। उन्होंने मुख्य हाईवे की बजाय संपर्क मार्ग का उपयोग किया, जिससे भीड़-भाड़ और निगरानी से बचा जा सके। सूत्रों की मानें तो कार में बातचीत के दौरान नशे की हालत में आरोपी व पीड़ित के बीच तीखी बहसबाजी शुरू हो गई, जो घटनास्थल पर हिंसक झगड़े में बदल गई। बताया जा रहा है कि बहस के दौरान जितेंद्र पर जानलेवा हमला कर दिया गया।
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