Edited By Vijay, Updated: 22 Aug, 2023 10:50 PM

मौसम विभाग के बारिश व बाढ़ की संभावना को लेकर आगामी 72 घंटों के अलर्ट जारी करने के बाद नगर निगम प्रशासन ने हरकत में आते हुए शहर में असुरक्षित भवनों को खाली करने के आदेश जारी कर दिए हैं।
शिमला (वंदना/संतोष): मौसम विभाग के बारिश व बाढ़ की संभावना को लेकर आगामी 72 घंटों के अलर्ट जारी करने के बाद नगर निगम प्रशासन ने हरकत में आते हुए शहर में असुरक्षित भवनों को खाली करने के आदेश जारी कर दिए हैं। शहर में 150 अनसेफ भवन हैं, जो रहने लायक नहीं हैं और कभी भी गिर सकते हैं। यह भवन शहर के 34 वार्डों में हैं। नगर निगम हर साल इन्हें खाली करने के आदेश देता है लेकिन लोग नोटिस देने के बाद भी इन्हें खाली नहीं कर रहे हैं। अनसेफ भवनों को खाली करने के बाद लोगों को अपने स्तर पर ही रहने का इंतजाम करना होता है। बारिश से शहर में पहले सड़कों व रास्तों की हालत खस्ताहाल हो चुकी है। नगर निगम के मेयर सुरेंद्र चौहान ने कहा कि लोगों से सहयोग की अपील की जा रही है ताकि शिमला में कोई बड़ी अनहोनी न हो सके। मंगलवार को राजधानी शिमला में 39 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई।
कोई रास्ता व सड़क बिना दरारों के नहीं
शहर का कोई रास्ता, सड़क ऐसी नहीं बची है, जिसमें दरारें नहीं आई हैं। जगह-जगह भूस्खलन से जमीन धंस गई है। शिमला में भूस्खलन की घटनाओं व चंडीगढ़-शिमला मार्ग बार-बार अवरुद्ध होने के चलते पर्यटक यहां का रुख नहीं कर रहे हैं। स्थिति यह है कि हर सीजन में पर्यटकों से गुलजार रहने वाला शिमला विरान पड़ा है। मंगलवार को हुई बारिश से शिमला-कालका हाईवे पर तारादेवी के समीप एक पेड़ सड़क पर गिर गया। करीब एक घंटे के भीतर पेड़ को हटाकर सड़क को बहाल कर दिया गया है। टालैंड से बैम्लोई मार्ग को मुरम्मत कार्य के चलते मंगलवार को बंद रखा गया था। संजौली जाने वाले वाहनों को भी लक्कड़ बाजार से ही भेजा जा रहा। शहर के विकासनगर, कृष्णानगर, समरहिल, कौमली बैंक, जाखू, छोटा शिमला ढली समेत कई अन्य जगहों पर बारिश के कारण मकानों में दरारें आई हैं, जबकि कई जगहों पर जमीन धंस गई है। मौसम विभाग ने फिर 72 घंटों का अलर्ट जारी किया है।
पुलिस लाइन कैथू में गहरी होती जा रहीं दरारें
पुलिस लाइन कैथू में सड़क पर दरारें दिन-प्रतिदिन गहरी होती जा रही हैं। इससे यहां से वाहनों की आवाजाही को भी बंद कर दिया है। कोटशेरा कालेज के पास भूस्खलन से बिजली का पोल क्षतिग्रस्त हो गया है। मंगलवार को हुई मूसलाधार बारिश से भी पोल के गिरने का खतरा बढ़ गया है। हिमलैंड में बहुमंजिला भवन मंगलवार को हुई तेज बारिश से खतरे में आ गया है। इसके अलावा शहरी विकास निदेशालय व उद्योग विभाग का कार्यालय भी खतरे की जद में आ गया है।
शिव बावड़ी मंदिर में भारी बारिश ने रोका रैस्क्यू कार्य
उधर, मंगलवार को भारी बारिश शिव बावड़ी मंदिर समरहिल में चल रहे रैस्क्यू आप्रेशन में बाधक बन गई है। मंगलवार सुबह 7.30 बजे से यहां सर्च ऑप्रेशन शुरू किया गया लेकिन 2-अढ़ाई घंटे बाद ही भारी बारिश होने के कारण इसे रोकना पड़ गया है और शाम तक यहां रैस्क्यू आप्रेशन शुरू नहीं हो सका और टीमों को यहां से वापस भेज दिया गया है। 9 दिनों से सर्च ऑप्रेशन के दौरान मंगलवार सुबह से ही शिमला में हुई बारिश से घटनास्थल पर दोबारा बाढ़ जैसी स्थिति बन गई क्योंकि यहां अब यह जगह नाले के रूप में बदल चुकी है, जिसमें अब पानी आ रहा है। समरहिल वार्ड से पार्षद वीरेंद्र ठाकुर ने बताया कि बारिश के बाद नाले में बार-बार मलबा बहकर आ रहा है। यदि बारिश जारी रहती है तो इससे सर्च ऑप्रेशन में बाधा आएगी। उन्होंने कहा कि अब जिला प्रशासन द्वारा सोलन से छोटी चेन वाली पोकलेन मंगवाई है, जिसकी मदद से सर्च ऑप्रेशन चलाया जाएगा।
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