Edited By Vijay, Updated: 29 Jun, 2025 06:33 PM

शहर के विश्वकर्मा मंदिर चौक के पास थनेहड़ा मोहल्ले में दरकती पहाड़ी को सुरक्षा प्रदान के लिए अपनाई गई नई तकनीक प्रकृति के आगे फेल हो गई है। शनिवार रात से जारी बारिश के कारण रविवार सुबह पहाड़ी का डंगा दोबारा दरकना शुरू हो गया है।
मंडी (नीलम): शहर के विश्वकर्मा मंदिर चौक के पास थनेहड़ा मोहल्ले में दरकती पहाड़ी को सुरक्षा प्रदान के लिए अपनाई गई नई तकनीक प्रकृति के आगे फेल हो गई है। शनिवार रात से जारी बारिश के कारण रविवार सुबह पहाड़ी का डंगा दोबारा दरकना शुरू हो गया है। बारिश के बीच मेन रोड पर मिट्टी, पत्थर व मलबा पहुंचना शुरू हो गया है, जिससे यहां से गुजरने वालों और थनेहड़ा वार्ड वासियों को हर समय पहाड़ी दरकने का डर सताने लगा है।
विभाग ने 3 महीने पहले शुरू किया था डंगा लगाने का कार्य
बता दें कि विश्वकर्मा के पास गिरती पहाड़ी पर डंगा लगाने का कार्य लोक निर्माण विभाग मंडी ने करीब 3 महीने पहले शुरू किया था। इसके लिए सरकार की ओर से 1.66 करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत किया गया है। यहां 3 चरणों में डंगे लगाने की योजना है। दिल्ली की 5 सदस्यीय टीम द्वारा डंगा लगाने वाली जगह की मिट्टी का परीक्षण कर रिपोर्ट के आधार पर डंगा लगाने का डिजाइन तैयार किया था।
वर्ष 2022 में आई आपदा में हुआ था पहाड़ी में भूस्खलन
बता दें कि यहां पर वर्ष 2022 में आई आपदा के दौरान पहाड़ी से भूस्खलन हुआ था, जिससे पहाड़ी के ऊपर स्थित घर खतरे की जद में आ गए थे। उस समय घरों को खाली करवा दिया गया था, लेकिन अब दोबारा यहां खतरे की स्थिति उत्पन्न हो गई है। स्थानीय लोगों घनश्याम, देवी सिंह, मथुरा देवी, उर्मिला व अन्य का मानना है कि बरसात के समय यहां से गुजरना मुश्किल भरा हो जाता है। रामनगर जाने के लिए न्यू सुकेती पुल से होकर बाजार तक पहुंचना पड़ेगा। इस स्थान पर स्थायी समाधान करने की आवश्यकता है।
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