Edited By Kuldeep, Updated: 17 May, 2024 09:53 PM
गर्मियों के सीजन के चलते हिमाचल प्रदेश के जंगलों में आग लगने की घटनाएं सामने आ रही हैं। जंगलों में आग के चलते जहां लाखों-करोड़ों रुपए की वन संपदा को नुक्सान पहुंच रहा है, वहीं जंगलों के पास बसी आबादी को भी अच्छा-खासा नुक्सान झेलना पड़ा रहा है।
नगरोटा बगवां (दुसेजा): गर्मियों के सीजन के चलते हिमाचल प्रदेश के जंगलों में आग लगने की घटनाएं सामने आ रही हैं। जंगलों में आग के चलते जहां लाखों-करोड़ों रुपए कककी वन संपदा को नुक्सान पहुंच रहा है, वहीं जंगलों के पास बसी आबादी को भी अच्छा-खासा नुक्सान झेलना पड़ा रहा है। ऐसा ही एक घटना कांगड़ा जिला के नगरोटा बगवां की पंचायत सरूट के गांव रिहाड़ा में पेश आई है। यहां गांव के लगते जंगल में लगी आग की चपेट में आने से 7 गैर रिहायशी मकान जलकर राख हो गए हैं। इसके चलते प्रभावितों को लगभग 20 लाख रुपए का नुक्सान आंका जा रहा है। बता दें कि जैसे ही इन मकानों को जंगल में लगी आग ने अपनी चपेट में लिया तो आसपास के लोग मौके पर एकत्रित हो गए और आग बुझाने के प्रयास शुरू किए, वहीं फायर ब्रिगेड को भी आग लगने की सूचना दी गई। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया। जानकारी के मुताबिक श्यामलाल, प्रकाश चंद, उत्तम चंद ने अपने मकानों को खाली रखा हुआ था जबकि स्वयं किसी अन्य स्थान पर निवास कर रहे थे। एसडीएम मनीष शर्मा ने बताया कि जंगल में लगी आग से 7 मकान जल गए। इस घटना से लगभग 20 लाख रुपए का नुक्सान आंका जा रहा है।