Edited By Vijay, Updated: 22 Dec, 2022 08:42 PM
जिला मंडी के करसोग में एचआरटीसी की बस में सफर कर रहे दिव्यांग के साथ दुर्व्यवहार का मामला सामने आया है। यहां करसोग से मंडी जा रही बस के चालक और परिचालक पर मंडी के सखोवा के रहने वाले दिव्यांग खेमचंद को आधे रास्ते में धक्के मारकर बस से बाहर निकाले...
करसोग (धर्मवीर गौतम): जिला मंडी के करसोग में एचआरटीसी की बस में सफर कर रहे दिव्यांग के साथ दुर्व्यवहार का मामला सामने आया है। यहां करसोग से मंडी जा रही बस के चालक और परिचालक पर मंडी के सखोवा के रहने वाले दिव्यांग खेमचंद को आधे रास्ते में धक्के मारकर बस से बाहर निकाले जाने का आरोप लगा है। दिव्यांग अपने भाई से मिलने रामपुर गया था। जो घर वापस जाने के लिए करसोग बस स्टैंड से एचआरटीसी की एक बस में सवार हुआ था, लेकिन सवारियां अधिक होने की वजह से खेम चंद को बैठने को सीट नहीं मिली। दिव्यांग बस में खड़ा होकर सफर करने के लिए मजबूर था, ऐसे में उसने सनारली के समीप परिचालक से सीट दिलवाने का आग्रह किया, लेकिन परिचालक ने सीट देने की बजाय दिव्यांग को वर्कशॉप के नजदीक बस से धक्का देकर बाहर निकाल दिया।
घबराया हुआ था दिव्यांग, छुपने के लिए ढूंढ रहा था जगह : वर्कशॉप मालिक
वहीं प्रत्यक्षदर्शी वर्कशॉप के मालिक टेक चंद शर्मा ने बताया कि बस से बाहर निकाले जाने पर दिव्यांग काफी घबराया हुआ था और छुपने के लिए जगह की तलाश कर रहा था। इस बारे में जब चालक से बात करने का प्रयास किया तो उसने वर्कशॉप मालिक पर भी रौब झाड़ दिया और दिव्यांग को रात के समय ठंड के मौसम में आधे रास्ते में छोड़कर बस को दौड़ा दिया। वर्कशॉप मालिक सहारा देकर दिव्यांग युवक को दिव्यांग संघ के प्रदेश अध्यक्ष दयवंत कुमार के पास ले गया। जहां दिव्यांग के लिए रात को ठहराने की व्यवस्था की गई।
क्या कहते हैं आरएम
वहीं मामले में आरएम उमेश ठाकुर का कहना है कि दिव्यांग को बस से बाहर निकालने की शिकायत मिली है। इस पर चालक और परिचालक से तीन दिन में जवाब मांगा गया है। अगर दुर्व्यवहार का आरोप सही साबित होता है तो चालक और परिचालक के खिलाफ नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि दिव्यांग को दूसरी बस में घर भेज दिया गया है।
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