Shimla: प्राकृतिक खेती से गेहूं व मक्की उगाने वाले क्षेत्रों की होगी मैपिंग : सुक्खू

Edited By Kuldeep, Updated: 10 Jan, 2025 07:41 PM

mapping of wheat and maize growing areas will be done through natural farming

हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक खेती से गेहूं व मक्की उगाने वाले क्षेत्रों की मैपिंग की जाएगी।

शिमला (भूपिन्द्र) : हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक खेती से गेहूं व मक्की उगाने वाले क्षेत्रों की मैपिंग की जाएगी। इसके अलावा प्रदेश में कृषि विभाग के सभी फार्मों को सिर्फ प्राकृतिक खेती पद्धति से ही खेती करने के लिए विकसित किया जाएगा। आगामी वर्ष से इन सभी में प्राकृतिक खेती की जाएगी। यहां प्राकृतिक खेती करने के लिए बीजों का उत्पादन किया जाएगा। यह बात मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शुक्रवार को शिमला में आयोजित कृषि विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही।

उन्होंने विभाग के अधिकारियों को एक निर्धारित समय सीमा के अंदर प्राकृतिक खेती से गेहूं व मक्की उगाने वाले क्षेत्रों की मैपिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आगामी वर्ष में 1 लाख परिवारों को प्राकृतिक खेती से जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों का विकास खंड के आधार पर डाटा तैयार किया जाए और इसे हिम परिवार से भी जोड़ा जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में हल्दी व अदरक के प्रसंस्करण के लिए प्रसंस्करण संयंत्र खोलने पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती से उत्पादित गेहूं व मक्का के भंडारण के लिए हाईटैक तकनीक से भंडारण केन्द्र का निर्माण किया जाएगा।

उन्होंने हमीरपुर के ताल में सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने की संभावना तलाश करने के निर्देश भी दिए। सुक्खू ने अधिकारियों को प्राकृतिक खेती पद्धति के उत्पादों के प्रभावी विपणन के लिए ई-काॅमर्स वैबसाइट से समन्वय करने के निर्देश भी दिए।

Related Story

Trending Topics

Afghanistan

134/10

20.0

India

181/8

20.0

India win by 47 runs

RR 6.70
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!