Edited By Kuldeep, Updated: 25 Jul, 2025 04:23 PM

भारत की जनवादी नौजवान सभा (डीवाईएफआई) की राज्य कमेटी ने प्रदेश सरकार द्वारा लाई गई जॉब ट्रेनी नीति को युवा विरोधी और जनविरोधी करार दिया है।
मंडी: भारत की जनवादी नौजवान सभा (डीवाईएफआई) की राज्य कमेटी ने प्रदेश सरकार द्वारा लाई गई जॉब ट्रेनी नीति को युवा विरोधी और जनविरोधी करार दिया है। संगठन का कहना है कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार स्थायी रोजगार के वायदे के साथ सत्ता में आई थी, लेकिन अब वही सरकार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। राज्याध्यक्ष सुरेश सरवाल ने कहा कि प्रदेश सरकार पहले पशु मित्र, वन मित्र और फिक्स टर्म रोजगार जैसी नीतियों को लागू कर चुकी है, जिससे युवाओं और आम जनता में नाराजगी है।
उन्होंने आरोप लगाया कि आज के समय में स्थायी रोजगार की कोई स्पष्ट नीति नहीं है और युवाओं को सिर्फ वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। डीवाईएफआई ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि जॉब ट्रेनी जैसी नीति को तुरंत वापस लिया जाए और युवाओं के लिए स्थायी रोजगार की नीति सुनिश्चित की जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने अपनी नीतियों में बदलाव नहीं किया तो जनवादी नौजवान सभा प्रदेश के युवाओं को संगठित कर व्यापक आंदोलन छेड़ेगी।