Edited By Rahul Singh, Updated: 06 Aug, 2024 02:26 PM
वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान अब तक अवैध मत्स्य आखेट के कुल 111 मामले दर्ज कर कुल 72,300 रुपए जुर्माना व मुआवजा के रूप में प्राप्त कर राजकीय कोष में जमा करवाए गए हैं। इसके अलावा मछली पकड़ने के प्रतिबंध के दौरान 16 जून, 2024 से अब तक कुल 58 मामले दर्ज...
मंडी (रजनीश): वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान अब तक अवैध मत्स्य आखेट के कुल 111 मामले दर्ज कर कुल 72,300 रुपए जुर्माना व मुआवजा के रूप में प्राप्त कर राजकीय कोष में जमा करवाए गए हैं। इसके अलावा मछली पकड़ने के प्रतिबंध के दौरान 16 जून, 2024 से अब तक कुल 58 मामले दर्ज कर आरोपियों से 44,500 रुपए जुर्माना वसूला गया है। सहायक निदेशक मत्स्य मंडी नीतू सिंह ने बताया कि मात्स्यिकी विभाग मत्स्य मंडल मंडी की टीम जिले में सामान्य जल में वर्जित काल के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए पूरी तरह मुस्तैद है तथा अवैध मछली शिकार की रोकथाम के लिए निरंतर गश्त कर रही है।
नीतू सिंह ने बताया कि गश्त के दौरान कई बार यह सामने आया है कि सुकेती खड्डु में मंगवाई के आसपास प्रवासियों के कुछ नाबालिग बच्चे अवैध मछली शिकार की गतिविधि में शामिल होने के साथ-साथ अपनी जान को भी जोखिम में डाल रहे हैं। सभी अभिभावकों से अनुरोध है कि वे अपने बच्चों को समीप न जाने दें।
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यदि कोई बच्चा अवैध मछली शिकार करते हुए पकड़ा जाता है, तो इसके लिए उनके माता-पिता पूरी तरह से उत्तरदायी होंगे तथा उनके माता-पिता के विरुद्ध कानून अनुसार भारी जुर्माना लगाया जाएगा। उन्होंने लोगों से भी अनुरोध किया है कि वे अवैध मछली शिकार से बचें और यदि उनकी नजर में अवैध मत्स्य आखेट का कोई मामला आता है तो वे मत्स्य मंडल मंडी कार्यालय को सूचित करें, ताकि अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई की जा सके।