Edited By Rajneesh Himalian, Updated: 27 Jul, 2022 07:33 PM
प्रदेश में भारी बारिश का दौर जारी है। इस कारण जगह-जगह भूस्खलन से नुक्सान की सूचनाएं आ रही हैं। मनाली-लेह मार्ग पर नेहरूकुंड में भी पहाड़ दरकने से वाहनों की आवाजाही 12 घंटे बंद रही। नेहरूकुंड में गत रात 9 बजे भूस्खलन हुआ, जिससे मनाली-लेह मार्ग बंद हो...
पतलीकूहल (ब्यूरो): प्रदेश में भारी बारिश का दौर जारी है। इस कारण जगह-जगह भूस्खलन से नुक्सान की सूचनाएं आ रही हैं। मनाली-लेह मार्ग पर नेहरूकुंड में भी पहाड़ दरकने से वाहनों की आवाजाही 12 घंटे बंद रही। नेहरूकुंड में गत रात 9 बजे भूस्खलन हुआ, जिससे मनाली-लेह मार्ग बंद हो गया। बीआरओ उसी समय सड़क बहाली में जुट गया लेकिन पहाड़ी से पत्थर गिरने के कारण रात को काम रोकना पड़ा। सड़क पर भारी-भरकम चट्टानें गिरने से बीआरओ को सड़क बहाल करने में समय लग गया। करीब 12 घंटे बाद मार्ग बहाल किया जा सका। मार्ग पर 12 बजे के बाद वाहनों की आवाजाही सुचारू कर दी गई। बता दें कि भूस्खलन के चलते लेह से आ रहे बड़े वाहन पलचान में रोक दिए गए थे जबकि मनाली से जा रहे बड़े वाहन बाहंग में रोके गए थे। दोनों ओर वाहनों की लंबी लाइनें लग गईं थीं। देर रात को भूस्खलन की जानकारी मिलते ही मनाली प्रशासन सतर्क हो गया था, वहीं पुलिस जवान पलचान और बाहंग में तैनात हो गए तथा वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी। दोपहर बाद मार्ग बहाल होने पर ही जवान मोर्चे से हटे।
भूस्खलन वाले क्षेत्र में सतर्क होकर चलाएं वाहन
एसडीएम मनाली सुरेंद्र ठाकुर ने कहा कि नेहरूकुंड में भूस्खलन से मनाली-लेह मार्ग बंद हो गया था, जिसे बहाल कर दिया गया है। छोटे वाहन नेहरूकुंड से वाया बुरुआ-पलचान भेजे जा रहे थे। बीआरओ ने सड़क बहाल कर दी है। अब सभी वाहन मुख्य मार्ग से ही भेजे जा रहे हैं। लोगों से आग्रह है कि भूस्खलन वाले क्षेत्र में सतर्क होकर वाहन चलाएं।