Edited By prashant sharma, Updated: 28 Sep, 2020 03:35 PM
प्रति वर्ष की भांति जिला कुल्लू में चरस के तस्कर आजकल भांग मलाई में सक्रिय हो जाते हैं। आजकल के दिनों में जंगलों में बिजाई करके अवैध रूप से भांग की खेती कर उनको मालिश करवा कर चरस तैयार करते हैं।
कुल्लू (दिलीप) : प्रति वर्ष की भांति जिला कुल्लू में चरस के तस्कर आजकल भांग मलाई में सक्रिय हो जाते हैं। आजकल के दिनों में जंगलों में बिजाई करके अवैध रूप से भांग की खेती कर उनको मालिश करवा कर चरस तैयार करते हैं। इस कड़ी में पिछले कल 25 सदस्यों की एक स्पेशल टीम तैयार करके अलग-अलग स्थानों पर पेट्रोलिंग तथा गश्त हेतु भेजी गई थी। ताकि ऐसी संदिग्ध गतिविधियों का पता लगाकर उस पर नकेल कसी जा सके। इस दौरान एक टीम बदोगी नामक स्थान से 5 किलोमीटर की पहाड़ी संकरें रास्ते से 3 घंटे में पैदल चलकर पहाड़ी रास्तों से होते हुए रातों-रात खोड़ू थॉच नामक स्थान पर पहुंची। जहां पर जंगल में कई जगहों पर अलग-अलग खेत नुमा क्षेत्र तैयार करके अवैध रूप से बिजी गई भांग तैयार की गई थी। जो पकने की तैयारी में है और एक खेत में कुछ लोग उक्त चरस की मालिश करते हुए नजर आए। पुलिस टीम ने तुरंत कार्यवाही करते हुए 4 लोगों को रंगे हाथों पकड़ा।
पुलिस ने जब चारों से पूछताछ की तो पाया कि राज देवेंद्र नामक व्यक्ति ने जोकि गांव चाहूगी का रहने वाला है ने उक्त अवैध खेती भांग की बिजाई कर रखी थी तथा 6 लोग जिनमें दो नेपाली थे उनको 500 दिहाड़ी पर भांग की मालिश करके चरस निकालने के लिए लगा रखा था। पुलिस ने 7 आदमियों के खिलाफ अभियोग दर्ज कर लिया है। जिस खेत भांग के पौधों से मलाई का काम चल रहा था उस खेत में करीब 100000 पौधे भांग के पाए गए हैं। जिनमें 12 फीट लंबे पौधे भांग के पाए गए हैं। चार आरोपी जो मौका से रंगे हाथ गिरफ्तार किए गए हैं उन को अदालत में पेश करने की प्रक्रिया चल रही है। पिछले वर्ष भी कुल्लू पुलिस ने पिनसू थाच में अचानक रेड करके 31 लोगों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। इस बार लॉकडाउन के चलते तथा कोविड-19 के कारण नेपाली लोग कम मात्रा में है। इसलिए इस बार चरस तस्कर स्वयं ही भांग मलाई का काम कर रहे हैं। कुल्लू पुलिस सबसे निवेदन करती है कि अगर किसी के भी ध्यान में इस तरह की चरस मलाई का कोई वाक्य नजर आता है तो तुरंत कुल्लू पुलिस को सूचित करें ताकि ऐसे लोगों को रंगे हाथ पकड़ा जा सके।