Edited By Kuldeep, Updated: 12 Nov, 2024 08:35 PM
हिमाचल प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े स्वास्थ्य संस्थान डाक्टर राजेंद्र प्रसाद मैडीकल कालेज एवं अस्पताल टांडा में रात से ही पानी की सप्लाई ठप्प हो जाने के कारण लोगों में पानी के बिना त्राहि-त्राहि मच गई।
कांगड़ा (किशोर): हिमाचल प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े स्वास्थ्य संस्थान डाक्टर राजेंद्र प्रसाद मैडीकल कालेज एवं अस्पताल टांडा में रात से ही पानी की सप्लाई ठप्प हो जाने के कारण लोगों में पानी के बिना त्राहि-त्राहि मच गई। आपातकालीन विभाग, मैडीसिन विभाग, सर्जरी के अतिरिक्त कई अन्य विभागों तथा स्टाफ क्वार्टरों में पानी के न होने के कारण तीमारदारों, स्टाफ, डाक्टरों व नर्सों सभी को परेशानी का सामना झेलना पड़ा। लोगों का कहना है कि इतने बड़े अस्पताल में पीने के पानी का न होना बड़े दुर्भाग्य की बात है।
पानी के न होने के कारण शौचालय में गंदगी का आलम है पूरे अस्पताल में बदबू फैल गई है। लोगों को बाहर से पानी खरीद कर लेना पड़ रहा है। वहीं टांडा मैडीकल कालेज में रह रहे डाक्टर, नर्स व अन्य कर्मचारियों तथा होस्टलों में पानी के न होने के कारण उन्हें भारी परेशानी उठानी पड़ी। बता दें कि पानी की सप्लाई के लिए जल शक्ति विभाग द्वारा बड़े-बड़े पानी के टैंक लंबे समय से निर्माणाधीन हैं लेकिन किन्हीं कारणों से ये चालू आज दिन तक नहीं हुए हैं।
मेन राइजिंग पाइप के टूटने से आई समस्या : अधिशासी अभियंता
वहीं जल शक्ति विभाग के अधिशासी अभियंता विवेक ठाकुर का कहना है कि रात को मेन राइजिंग पाइप के टूट जाने से पानी की सप्लाई बाधित हो गई है। जिसे दोपहर बाद चालू कर दिया है। उन्होंने कहा कि टांडा मैडीकल कालेज के लिए पहले से ही 22 लाख लीटर के बड़े-बड़े टैंकर बनाए गए हैं, इसके बावजूद 16 लाख लीटर पानी के लिए टैंकों का निर्माण कार्य चल रहा है, इनके निर्माण के उपरांत टांडा को कुल 38 लाख लीटर पानी उपलब्ध कराया जाएगा।
विभाग को वैकल्पिक पाइप लगाने को कहा : संयुक्त निदेशक
टांडा मैडीकल कालेज के संयुक्त निदेशक मेजर अरविंदर कुमार ने बताया कि पाइप पुरानी होने के वजह से यह टूट गई थी। उन्होंने जल शक्ति विभाग के अधिकारियों को पानी की सप्लाई के लिए वैकल्पिक पाइप लगाने के लिए कहा है।