Edited By Kaku Chauhan, Updated: 30 Jan, 2021 02:27 PM
जनवादी संगठनों सीटू, एस.एफ.आई. व एच.के.एस. ने डी.सी. कार्यालय के बाहर किसान आंदोलन के समर्थन में व काले कृषि कानूनों के खिलाफ मौन धरना दिया। यह धरना शनिवार को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने राष्ट्रपिता की पुण्यतिथि के उपलक्ष्य पर...
चम्बा(काकू)जनवादी संगठनों सीटू, एस.एफ.आई. व एच.के.एस. ने डी.सी. कार्यालय के बाहर किसान आंदोलन के समर्थन में व काले कृषि कानूनों के खिलाफ मौन धरना दिया। यह धरना शनिवार को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने राष्ट्रपिता की पुण्यतिथि के उपलक्ष्य पर दिया। इस मौके पर सी.टू्. महासचिव सचिव सुदेश ठाकुर ने कहा कि आज देश में किसानों के लंबे समय स चल रहे अहिंसक आंदोलन को हिंसा के सहारे खत्म करने की कोशिश सरकार द्वारा की जा रही है। देश का किसान पिछले कई महीनों से सरकार द्वारा लाए गए 3 काले कृषि कानूनों के खिलाफ गांधीवादी तरीके से अपना रोष जाहिर कर रहा है, लेकिन सरकार और उसके समर्थक इस आंदोलन को हिंसा का सहारा लेकर बदनाम व खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। सीटू नेता ने कहा कि आज देश के किसान आंदोलन ने देश को गांधीवाद सत्य और अहिंसा की ओर फिर से मोडऩे की कोशिश की है, लेकिन आज गांधी की सोच से नफरत करने वाले ओर गोडसे के समर्थक इसे फिर से असत्य ओर हिंसा की ओर ले जा रहे। सीटू, एस.एफ.आई. व हिमाचल किसान सभा के नेताओं ने इस धरने के माध्यम से जनता से अपील की है कि जनता इस आंदोलनका साथ दे, ताकि इस आंदोलन को ओर मजबूती मिल सके।