Edited By prashant sharma, Updated: 10 Sep, 2020 05:01 PM

नूरपुर की पंचायत नागाबाड़ी में राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित प्रसिद्ध धार्मिक स्थल नाग मंदिर जठेरे पठानियाँ की मंदिर कमेटी की एक अहम बैठक हुई, जिसमें कमेटी के पदाधिकारियों ने भाग लिया।
नूरपुर (संजीव महाजन) : नूरपुर की पंचायत नागाबाड़ी में राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित प्रसिद्ध धार्मिक स्थल नाग मंदिर जठेरे पठानियाँ की मंदिर कमेटी की एक अहम बैठक हुई, जिसमें कमेटी के पदाधिकारियों ने भाग लिया। बैठक की अध्यक्षता कमेटी के प्रधान सेवानिवृत कर्नल रवि पठानियाँ ने की, जिसमें विभिन्न विषयों पर विस्तार से चर्चा की।
पत्रकारों से बातचीत में कर्नल पठानियाँ ने बताया कि 16 जून 2019 को कमेटी का पुनर्गठन किया गया था। जिसमें नीलम पठानियाँ की सदस्यता रद्द कर उन्हें अध्यक्ष पद से हटाया गया था और मुझे अध्यक्ष चुना गया था, लेकिन नवगठित कमेटी का एक साल से भी ज्यादा अवधि का कार्यकाल हो चुका है। पूर्व प्रधान नीलम पठानियाँ द्वारा अभी तक उन्हें न तो चार्ज दिया है न ही जरूरी दस्तावेज उनके हवाले किये गए हैं और न ही उक्त कार्यकाल की ऑडिट रिपोर्ट कमेटी के समक्ष रखी है।
कर्नल पठानियाँ ने कहा कि सोसायटी अधिनियम 2006 के मुताबिक हर वर्ष सोसायटी के खातों का ऑडिट होना चाहिए था, जिसकी रिपोर्ट एसडीएम रजिस्ट्रार को देनी होती है। लेकिन 2012 से 2019 तक कमेटी के खातों के ऑडिट का ही कोई अता पता नहीं है। इससे लगता है कि कहीं न कहीं दाल में कुछ काला है। कर्नल पठानियाँ ने कहा इस बारे नूरपुर प्रशासन को भी लिखित तौर पर अवगत करवाया गया है। अतः कमेटी प्रशासन से मांग करती है कि शीघ्र ही उक्त कार्यकाल की ऑडिट रिपोर्ट की निष्पक्ष जांच करवाई जाए और यदि कहीं कोई गड़बड़ी हुई है तो उसकी रिकवरी करवाई जाए। निवर्तमान अध्यक्ष नाग मन्दिर जठेरे पठानिया नागबाड़ी नीलम सिंह पठानिया ने फोन पर बताया कि आम इज्लास किये बिना ही फर्जी तरीके और नियमों को ताक पर रखकर कमेटी का गठनकर अध्यक्ष का चुनाव किया गया है जिसे वह नहीं मानते। कमेटी के खातों का बराबर ऑडिट होता रहा है। प्रशासन के सामने सारे दस्तावेज रखूंगा।