Edited By Jyoti M, Updated: 06 Mar, 2025 10:49 AM

हिमाचल प्रदेश में मौसम में बदलाव आने से लोगों को राहत मिली है। धूप खिलने से तापमान में बढ़ोतरी देखी गई। इस दिन अधिकतम तापमान एक से दो डिग्री सेल्सियस बढ़ गया, जिससे मौसम में कुछ राहत मिली। शिमला और आसपास के क्षेत्रों में सुबह का तापमान एक डिग्री...
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश में मौसम में बदलाव आने से लोगों को राहत मिली है। धूप खिलने से तापमान में बढ़ोतरी देखी गई। इस दिन अधिकतम तापमान एक से दो डिग्री सेल्सियस बढ़ गया, जिससे मौसम में कुछ राहत मिली। शिमला और आसपास के क्षेत्रों में सुबह का तापमान एक डिग्री सेल्सियस तक गिरने से कड़ाके की सर्दी महसूस हो रही थी।
हालांकि, ऊना में न्यूनतम तापमान शिमला से कम था, जिससे वहां रात का तापमान शिमला की तुलना में ठंडा रहा। बिलासपुर में बुधवार को सबसे अधिक तापमान 24.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। मौसम विभाग के अनुसार, आठ मार्च तक मौसम साफ रहने की संभावना जताई गई है, जिससे पूरे प्रदेश में हल्की राहत का माहौल रहेगा।
लेकिन, 9 मार्च से पश्चिमी विक्षोभ फिर से सक्रिय होने की संभावना है, जिससे प्रदेश में मौसम का मिजाज बदल सकता है। इस बीच, लाहुल स्पीति के जिला मुख्यालय केलंग मनाली से जुड़ गया है। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने मनाली-केलंग सड़क को एकतरफा बहाल किया है, जिससे वहां के लोग और पर्यटक सुरक्षित तरीके से यात्रा कर सकेंगे।
हिमाचल प्रदेश में बुधवार को मौसम के चलते कई क्षेत्रों में राहत का माहौल बना। समूची घाटी में धूप खिलने से सर्दी से राहत मिली और किसानों को खेतों में काम करने का अवसर मिला। हालांकि, प्रदेश के निचले और मध्यम ऊंचाई के क्षेत्रों में भारी वर्षा के कारण घना कोहरा था, जिससे किसानों को दिन के पहले हिस्से में खेतों में काम करने में कठिनाई हो रही थी। लेकिन धूप के बाद 12 बजे तक खेतों में काम करने की स्थिति बन गई।
इसके अलावा, चंबा जिले की पांगी घाटी में पिछले कुछ दिनों से हिमस्खलन हुआ था, जिससे कई परिवार प्रभावित हुए थे। प्रभावित परिवारों को राहत सामग्री भेजने के लिए सरकार ने तुरंत कदम उठाए। राजस्व बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने बताया कि पांगी घाटी के कुमार गांव में हिमस्खलन से प्रभावित परिवारों के लिए राहत सामग्री भेजी गई है।
इसके तहत राशन, गर्म कपड़े और अन्य आवश्यक सामान उपलब्ध करवाए गए हैं। जिला प्रशासन और अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे प्रभावित परिवारों तक राहत सामग्री पहुंचाने का काम तेजी से करें। इसके अलावा, प्रभावित क्षेत्र में वायु सेना द्वारा एयरड्रॉप के माध्यम से राहत सामग्री भेजी जा रही है, ताकि जल्दी से जल्दी जरूरतमंदों तक सहायता पहुंच सके।
वहीं, पांगी घाटी में प्रभावित परिवारों को मदद पहुंचाने के लिए राज्य सरकार ने सभी आवश्यक कदम उठाए हैं, जिसमें विद्युत बोर्ड और लोक निर्माण विभाग को भी निर्देश दिए गए हैं, ताकि प्रभावित क्षेत्रों में जनजीवन को जल्द सामान्य किया जा सके।