Edited By Kuldeep, Updated: 27 Aug, 2025 10:20 PM

पिछले 3 दिनों में लगातार हुई मूसलाधार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त करके रख दिया है। हालांकि बुधवार को हल्की-फुल्की बारिश के साथ कई जगह पर धूप भी खिली है, लेकिन चम्बा के रावी के उफान में आने से 9 मकान इसकी जद में आ गए।
शिमला (संतोष): पिछले 3 दिनों में लगातार हुई मूसलाधार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त करके रख दिया है। हालांकि बुधवार को हल्की-फुल्की बारिश के साथ कई जगह पर धूप भी खिली है, लेकिन चम्बा के रावी के उफान में आने से 9 मकान इसकी जद में आ गए। हालांकि मकानों को पहले ही खाली करवाया गया था। कुल्लू जिले का संपर्क पूरी तरह से कट गया है, जबकि बिलासपुर में भी एक मकान जमींदोज हुआ है। चम्बा के हलूण गांव में ये 9 मकान रावी नदी में समा गए, जबकि बिलासपुर की मंझेड़ पंचायत में एक मकान व धौलरा सैक्टर में एक शौचालय बह गया।
मंगलवार को कुल्लू, मनाली और मंडी में रेस्तरां व 20 से अधिक घर व दुकानों के नदी में समा जाने से सड़कों को भी नुक्सान हुआ है, जिससे कुल्लू का संपर्क दूसरे जिलों से कट गया है। ब्यास नदी ने चंडीगढ़-मनाली फोरलेन को भी जगह-जगह नुक्सान पहुंचाया है। चंडीगढ़-मनाली के बीच सैलानी फंसे हुए हैं, जिन्हें निकालने का कार्य किया जा रहा है। कुल्लू, मंडी व चम्बा में बुधवार को सुरक्षा की दृष्टि से शैक्षणिक संस्थान बंद रखे गए।
27 दिनों में सामान्य से 62 फीसदी अधिक हुई बारिश, ऊना में सबसे ज्यादा
इसी माह की बात करें तो मात्र 27 दिनों में सामान्य से 62 फीसदी अधिक मेघ बरसे हैं। इस अवधि में सामान्य वर्षा 234.8 मिलीमीटर मानी जाती थी, लेकिन 27 दिनों में ही 381 मिलीमीटर वर्षा हो चुकी है। इसमें कुल्लू में सर्वाधिक 152, ऊना में 122, सोलन में 110 व शिमला में 105 मिलीमीटर अधिक मेघ बरसे हैं। बिलासपुर में 95, चम्बा में 84, हमीरपुर में 57, कांगड़ा में 26, किन्नौर में 67, लाहौल-स्पीति में सबसे कम 15, मंडी में 65 व सिरमौर में 25 मिलीमीटर वर्षा हुई है, जबकि मौसम विभाग का कहना है कि आगामी 6 दिनों तक कई जिलों में भारी बारिश का यैलो अलर्ट रहेगा, जिससे और बारिश होने से इसका आंकड़ा बढ़ सकता है।
बढ़ता जा रहा है बंद लिंक रोड व ट्रांसफार्मरों का आंकड़ा
मौसम के साथ न देने के कारण और लगातार हो रही बारिश के कारण बंद नैशनल हाईवेज सहित संपर्क मार्गों, बिजली ट्रांसफार्मरों व पेयजल योजनाओं का आंकड़ा बढ़ता ही जा रही है। सुबह तक जहां 2 एनएच व 563 सड़कें बंद थीं, शाम को 2 एन.एच. व 582 संपर्क मार्ग बंद रहे। हालांकि चम्बा व लाहौल-स्पीति की रिपोर्ट अभी नहीं आई है। बिजली ट्रांसफार्मर 1,155 ठप्प हैं। हालांकि 327 बिजली ट्रांसफार्मर दुरुस्त भी किए गए हैं। सुबह 266 पेयजल योजनाएं प्रभावित थीं, लेकिन शाम को इनकी संख्या बढ़कर 346 हो गई है।
310 की गई जान, नुक्सान 2,623 करोड़ हुआ पार
20 जून से आरंभ हुए मानसून सीजन में विभिन्न घटनाओं में अब तक 310 लोगों की जान चली गई है, जबकि 369 घायल हुए हैं, वहीं 38 लोग लापता भी चल रहे हैं। राज्य को अब तक 2623.36 करोड़ की चपत लग चुकी है। राज्य में भूस्खलन की 85, फ्लैश फ्लड की 90 और बादल फटने की 42 घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जिससे भारी तबाही हुई है।