Edited By Jyoti M, Updated: 11 Dec, 2025 05:41 PM

बगलामुखी मंदिर के नजदीक सीरा दा भरो में हुए दर्दनाक हादसे ने एक बार फिर नैशनल हाईवे किनारे लगे खोखों और सड़क किनारे खड़े बेतरतीब वाहनों की समस्या को सामने ला दिया है। हाईवे पर जगह-जगह बिना किसी प्लानिंग के बने ढाबे, खोखे और टी-स्टाल न सिर्फ ट्रैफिक...
बनखंडी, (राजीव शर्मा): बगलामुखी मंदिर के नजदीक सीरा दा भरो में हुए दर्दनाक हादसे ने एक बार फिर नैशनल हाईवे किनारे लगे खोखों और सड़क किनारे खड़े बेतरतीब वाहनों की समस्या को सामने ला दिया है। हाईवे पर जगह-जगह बिना किसी प्लानिंग के बने ढाबे, खोखे और टी-स्टाल न सिर्फ ट्रैफिक को प्रभावित कर रहे हैं, बल्कि कई बार जिंदगी लीलने वाले हादसों की वजह भी बन रहे हैं।
सीरा दा भरो में हुआ हादसा सिर्फ एक खबर नहीं बल्कि वह एक परिवार के लिए सब कुछ बदल जाने का पल था। जिस युवक ने अभी कुछ समय पहले मैगी का ऑर्डर देकर हंसते हुए दोस्त से बात की थी उसे शायद खुद भी नहीं पता था कि यह उसके जीवन का आखिरी इंतजार होगा।
हाईवे पर लगी एक चाय की दुकान, थोड़ी देर आराम का इरादा और बस कुछ सैकेंड का फर्क जिसने एक पूरा परिवार उजाड़ दिया। घर में बैठे मां-बाप को क्या पता होगा कि जिस बेटे के लौटने का इंतजार है, वह अब कभी लौटकर नहीं आएगा। नैशनल हाईवे पर आए दिन हो रहे हादसों की बड़ी वजह सड़क किनारे बेतरतीब बनाए गए खोखे और दोनों ओर खड़ी गाड़ियां मानी जा रही हैं। वाहन चालकों के अनुसार हाईवे किनारे बने अवैध खोखों को हटाया जाए या उनके लिए कुछ नियम बनाए जाएं, पार्किंग की अलग व्यवस्था बनाई जाए और ब्लाइंड स्पॉट माने जाने वाले स्थानों पर स्पीड कंट्रोल व चेतावनी संकेत लगाए जाएं।