हिमाचल में बनाई जा रही दवाओं के सैंपल फेल होने पर हाईकोर्ट सख्त, सरकार से जवाबतलब

Edited By Vijay, Updated: 19 May, 2023 10:53 PM

highcourt strict on against drug samples failed in hp

प्रदेश हाईकोर्ट ने हिमाचल में बनाई जा रही दवाओं के सैंपल फेल होने पर चिंता जाहिर की है। कोर्ट ने अपने आदेशों में कहा है कि प्रदेश में बनाई जा रही दवाओं के सैंपल फेल होने और उनकी गुणवत्ता सही न होने के मामले बार-बार सामने आ रहे हैं।

शिमला (मनोहर): प्रदेश हाईकोर्ट ने हिमाचल में बनाई जा रही दवाओं के सैंपल फेल होने पर चिंता जाहिर की है। कोर्ट ने अपने आदेशों में कहा है कि प्रदेश में बनाई जा रही दवाओं के सैंपल फेल होने और उनकी गुणवत्ता सही न होने के मामले बार-बार सामने आ रहे हैं। कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश तरलोक सिंह चौहान और न्यायाधीश वीरेंद्र सिंह की खंडपीठ ने दैनिक समाचार पत्र में छपी खबर पर संज्ञान लेते हुए सरकार से पूछा है कि नकली दवाओं को बनाए जाने के मामले सामने आने पर क्या कदम उठाए जाते हैं। कोर्ट ने ड्रग मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन को भी प्रतिवादी बनाया है। 

हिमाचल में बनी 11 दवाओं के सैंपल हुए हैं फेल
खबर के अनुसार अप्रैल में हिमाचल में बनी 11 दवाओं सहित देश की 35 दवाओं के सैंपल फेल हो गए हैं। प्रदेश की जिन 11 दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं, उनमें 4 दवाएं सिरमौर और 7 सोलन में बनी हैं। केंद्रीय औषधि नियंत्रण संगठन के अप्रैल के ड्रग अलर्ट में ये दवाएं मानकों पर सही नहीं पाई गई हैं। इन दवाओं में स्तन कैंसर, बुखार, संक्रमण, पेट की गैस, बाल झड़ने, हड्डियों की कमजोरी, अल्सर जीवाणु संक्रमण और एलर्जी की दवा शामिल हैं। अप्रैल में 895 दवाओं के सैंपल लिए गए थे। इनमें 859 पास हुए और 35 सैंपल फेल हो गए हैं। 

इन उद्योगों की दवाओं के सैंपल हुए फेल
जिन दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं, उनमें बद्दी के गुरुमाजरा स्थित सेलूस फार्मास्यूटिकल्स कंंपनी में स्तन कैंसर की दवा लेट्रोजोल टैबलेट, बद्दी की प्रीत रेमिडीज कंपनी की संक्रमण की दवा एमोक्सी सिलिन कैप्सूल, सोलन जिले के कौंडी स्थित मेडियोन बायोटैक कंपनी की हड्डियों की कमजोरी के लिए बने एल्ट्राजोन इंजैक्शन, सिरमौर के पांवटा साहिब की जी लैबोट्री की बच्चों की बुखार की दवा पैरासिटामोल, सिरमौर के मोगीनंद स्थित अकुरा केयर कंपनी की बाल झडऩे की दवा फिनास्टराइड टैबलेट, सिरमौर के कालाअंब स्थित पेट के गैस की दवा पेंटा प्रोजोल, बद्दी के काठा स्थित एस्ट्रीका हैल्थकेयर कंपनी की गर्भपात के बाद होने वाले रक्तस्राव की दवा मिसोप्रोस्टोल, नालागढ़ स्थित एलविस हैल्थकेयर की अल्सर की दवा रेंटेडाइन, सिरमौर के कालाअंब स्थित पुष्कर फार्मा कंपनी की जीवाणु संक्रमण की दवा एनरोफ्लॉक्सासिन, बद्दी के गुरुमाजरा स्थित एलवी लाइफ साइंस की एलर्जी की दवा लिवोसिट्राजीन और बद्दी के ही साइपर फार्मा कंपनी में बनी बुखार, सिर दर्द की दवा आईबूप्रोफेन के सैंपल फेल हुए हैं। मामले पर अगली सुनवाई 23 जून को निर्धारित की गई है।

हिमाचल की खबरें Twitter पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here

Related Story

Trending Topics

IPL
Lucknow Super Giants

Royal Challengers Bengaluru

Teams will be announced at the toss

img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!