Edited By Vijay, Updated: 13 Dec, 2025 07:41 PM

डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी में नौकरी पाने के लिए फर्जी दस्तावेजों का सहारा लेने का एक गंभीर मामला सामने आया है।
सोलन (अमित): डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी में नौकरी पाने के लिए फर्जी दस्तावेजों का सहारा लेने का एक गंभीर मामला सामने आया है। विश्वविद्यालय में प्रशिक्षु बेलदार के पद पर भर्ती के लिए 3 अभ्यर्थियों ने नकली शैक्षणिक प्रमाण पत्र प्रस्तुत किए। मामले का खुलासा होने पर सोलन पुलिस ने विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार की शिकायत पर तीनों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है।
एसपी गौरव सिंह ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि नौणी यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार सिद्धार्थ आचार्य ने पुलिस को शिकायत दी थी। शिकायत के अनुसार, विश्वविद्यालय ने प्रशिक्षु बेलदारों के 5 पदों को भरने के लिए विज्ञापन जारी किया था। सरकार के कार्मिक विभाग के निर्देशों के तहत इन पदों पर चयन मेरिट के आधार पर (शैक्षणिक योग्यता, शारीरिक परीक्षा और दस्तावेजों का मूल्यांकन) होना था।
भर्ती प्रक्रिया के दौरान कई आवेदकों ने आवेदन किया। शारीरिक परीक्षा और दस्तावेजों के आधार पर विश्वविद्यालय ने योग्यता सूची तैयार की। अंतिम चयन से पहले, विश्वविद्यालय प्रशासन ने मूल दस्तावेजों की जांच के लिए उप शिक्षा निदेशकों से संपर्क किया ताकि उम्मीदवारों के 10वीं कक्षा (माध्यमिक परीक्षा) के प्रमाण पत्रों का सत्यापन किया जा सके।
जांच के दौरान मैरिट सूची में शामिल कुल 12 उम्मीदवारों में से 3 उम्मीदवारों के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए। इन अभ्यर्थियों के नाम कुशवान, भीष्म पंवार और अमरीश कुमार बताए गए हैं। फर्जीवाड़े की पुष्टि होने के बाद पुलिस ने थाना सदर सोलन में आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 336(2), 336(3), 340(2) और 318(4) के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है।