Edited By Vijay, Updated: 10 Jul, 2025 03:55 PM

आपदा प्रभावित लोगों की सहायता के लिए राहत कोष में सहायता के लिए नेताओं तथा संपन्न लोगों से शांता कुमार ने आगे आने का आग्रह किया है बकौल शांता कुमार उन्हें इस बात की बहुत हैरानी है कि कंगना रनौत जैसे प्रदेश के कुछ नेता और संपन्न लोगों ने राहत कोष के...
पालमपुर (भृगु): आपदा प्रभावित लोगों की सहायता के लिए राहत कोष में सहायता के लिए नेताओं तथा संपन्न लोगों से शांता कुमार ने आगे आने का आग्रह किया है बकौल शांता कुमार उन्हें इस बात की बहुत हैरानी है कि कंगना रनौत जैसे प्रदेश के कुछ नेता और संपन्न लोगों ने राहत कोष के लिए अभी तक कोई सहायता नहीं दी। कंगना रनौत हिमाचल प्रदेश की ऐसी योग्य और बहादुर बेटी है, जिसने एक साधारण गांव और परिवार से निकल कर भारत के फिल्म जगत में अपना शानदार नाम कमाया है। उसी योग्यता और परिश्रम से वह राजनीति में भी अपना नाम बना सकती है। उन्होंने कंगना रनौत से आग्रह किया है कि वह अतिशीघ्र अपनी ओर से एक बड़ी रकम राहत कोष में दें और उसके बाद सिनेमा जगत के करोड़पति अपने मित्रों से धन संग्रह करके राहत कोष में योगदान करें। अब वह राजनीति में आई है तो उन्हें समाज सेवा की सभी बातें सीखनी होंगी। राज्यसभा मिला कर प्रदेश में 3 सांसद हैं। उन सांसद निधि भी होती है। आशा है इस धन का उपयोग भी राहत कार्यों में हो रहा होगा।
कुछ न कुछ योगदान प्रत्येक हिमाचली दे
शांता ने कहा कि सौभाग्य से हिमाचल प्रदेश भारत के सम्पन्न पांच प्रदेशों में शामिल है, प्रदेश की आबादी 80 लाख है। यदि कर्मचारी, अधिकारी, प्रमुख नेता तथा अन्य सम्पन्न लोग इस प्रकार से एक लाख लोग राहत कोश में धन दें तो इनमें कुछ लोग एक लाख रुपए तक दे सकते हैं, कुछ हजारों में देंगे। आज की इस भयंकर आपदा में ऐसा क्यों न हो।
इतिहास की सबसे भयंकर आपदा
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिक वर्षा और बादल फटने की दुर्घटनाओं से हिमाचल प्रदेश में इतिहास की सबसे भयंकर आपदा आई है। नींद में सोए हुए कुछ लोग अपने घर परिवार सहित मलबे में बह गए, उनमें से जो बचे हैं वह अधमरे होकर लाचार घूम रहे हैं। कुछ लोग अपनों को मलबों में ढूंढ रहे हैं।
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