Edited By Vijay, Updated: 11 May, 2025 04:16 PM

सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में युवाओं के लिए नवाचार और स्वरोजगार के राज्य सरकार द्वार खोल रही है। ड्रोन प्रौद्योगिकी के माध्यम से युवाओं के लिए स्वरोजगार और रोजगार के अवसर सृजित करने की दिशा में...
शिमला (संतोष): सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में युवाओं के लिए नवाचार और स्वरोजगार के राज्य सरकार द्वार खोल रही है। ड्रोन प्रौद्योगिकी के माध्यम से युवाओं के लिए स्वरोजगार और रोजगार के अवसर सृजित करने की दिशा में कार्य करते हुए प्रदेश के राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों से वर्ष 2024-25 में राज्य के 243 युवाओं ने ड्रोन से संबंधित प्रशिक्षण हासिल कर लिया है, जबकि वर्तमान वित्त वर्ष के दौरान लोगों को ड्रोन टैक्सी सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा कार्ययोजना बनाई जा रही है, जिससे प्रदेश के सुदूर क्षेत्रों में विभिन्न प्रकार के कृषि उत्पाद और दवाइयाें इत्यादि की आपूर्ति करने में सहायता मिलेगी। ड्रोन टैक्नोलॉजी इंटरवैंशन से कृषि और बागवानी क्षेत्रों में आधुनिकीकरण के दृष्टिगत जिला हमीरपुर, मंडी और कांगड़ा में ड्रोन स्टेशन स्थापित किए जाएंगे। सरकार के इन प्रयासों से हिमाचल निश्चित रूप से देश का आईटी हब बनकर उभरेगा। सरकार राज्य में नवाचार को बढ़ावा दे रही है, जिसके दृष्टिगत समग्र ड्रोन ईको सिस्टम की परिकल्पना को साकार करने की दिशा में ठोस प्रयास किए जा रहे हैं। ड्रोन प्रौद्योगिकी कृषि, आपदा प्रबंधन व स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में अहम भूमिका निभाती है। ग्रीन हिमाचल विजन के लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रदेश में ड्रोन प्रौद्योगिकी को प्रोत्साहित करना नितांत अनिवार्य है।
न्यू ऐज पाठ्यक्रम का भी हो रहा समावेश
युवाओं को ड्रोन प्रौद्योगिकी में दक्ष बनाने के साथ-साथ अब राज्य में न्यू ऐज पाठ्यक्रमों का समावेश भी किया जा रहा है। इस दिशा में जिला कांगड़ा के नगरोटा बगवां में राजीव गांधी राजकीय अभियांत्रिकी महाविद्यालय आर्टिफिशियल इंटैलीजैंस और डाटा साइंस का नया महाविद्यालय, जिला शिमला के प्रगति नगर में अटल बिहारी वाजपेयी राजकीय अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान में सिविल इंजीनियरिंग डिग्री कोर्स, जिला मंडी के राजकीय पॉलिटैक्नीकल सुंदरनगर में कम्प्यूटर साइंस एवं इंजीनियरिंग (एआई एंड मशीन लर्निंग) का डिप्लोमा कोर्स शुरू करने को स्वीकृति प्रदान की है। इन पाठ्यक्रमों को शुरू करने के लिए आवश्यक स्टाफ की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। एआई और डाटा साइंस क्षेत्र में वर्तमान में अपार संभावनाएं हैं।
2 करोड़ के इनोवेशन फंड की हो रही स्थापना
राज्य में नवाचार संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 2 करोड़ रुपए के इनोवेशन फंड की स्थापना की जाएगी, जिसके माध्यम से प्रदेश के युवा अपनी नवाचार पहलों को साकार रूप प्रदान कर सकेंगे। जिला बिलासपुर के घुमारवीं में सार्वजनिक निजी भागीदारी व सैल्फ फाइनांसिंग आधार पर डिजिटल यूनिवर्सिटी ऑफ इनोवेशन, इंटरप्रिन्योरशिप, स्किल एंड वोकेशनल स्टडीज की स्थापना की जाएगी। इस यूनिवर्सिटी के माध्यम से युवाओं के नवाचार और इंटरप्रिन्योरशिप स्किल को निखारा जाएगा।
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