Edited By Jyoti M, Updated: 13 Nov, 2025 09:55 AM

ऊना जिले में स्वां नदी में खनन गतिविधियों को वैज्ञानिक एवं योजनाबद्ध ढंग से पुनः आरंभ करने की संभावनाओं पर चर्चा के लिए बुधवार को उपायुक्त कार्यालय ऊना में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता अतिरिक्त उपायुक्त ऊना महेन्द्र पाल गुर्जर...
ऊना। ऊना जिले में स्वां नदी में खनन गतिविधियों को वैज्ञानिक एवं योजनाबद्ध ढंग से पुनः आरंभ करने की संभावनाओं पर चर्चा के लिए उपायुक्त कार्यालय ऊना में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता अतिरिक्त उपायुक्त ऊना महेन्द्र पाल गुर्जर ने की। बैठक में स्वां नदी का वैज्ञानिक सर्वेक्षण करने, पर्यावरणीय दिशा-निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करने, पारदर्शी नीलामी प्रक्रिया अपनाने तथा स्थानीय प्रशासनिक व्यवस्थाओं के समन्वय से खनन गतिविधियों को संचालित करने की संभावनाओं पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई।
अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि यह पहल प्रदेश सरकार के उस निर्णय के अनुरूप है, जिसके तहत स्वां नदी में रेत के अत्यधिक जमाव, बढ़ती अवैध खनन गतिविधियों पर नियंत्रण, नदी के उचित चैनलाइजेशन तथा पर्यावरण संरक्षण सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि खनन कार्यों को वैज्ञानिक पद्धति से संचालित किए जाने से न केवल नदी के प्राकृतिक प्रवाह का संतुलन बनाए रखने में सहायता मिलेगी, बल्कि अवैध खनन पर भी प्रभावी अंकुश लगाया जा सकेगा। इससे स्थानीय संसाधनों का सतत एवं संतुलित उपयोग सुनिश्चित होगा और सरकार के राजस्व में भी वृद्धि होगी।
अतिरिक्त उपायुक्त ने संबंधित विभागों को इस दिशा में ठोस कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए। बैठक में एसडीएम गगरेट सोमिल गौतम, एसडीएम बंगाणा सोनू गोयल, जिला खनन अधिकारी नीरज कांत, खनन निरीक्षक पंकज कुमार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।