Edited By Kuldeep, Updated: 26 Nov, 2024 09:49 PM
प्रदेश में करीब दो साल पहले से क्रिप्टो करंसी ऑनलाइन ठगी मामले को लेकर हिमाचल प्रदेश पुलिस ने मुख्य आरोपियों पर अपना शिकंजा कसते हुए मामले में संलिप्त मुख्य आरोपियों की 47 करोड़ की प्रॉपर्टी सीज कर ली गई है।
धर्मशाला (तिलक): प्रदेश में करीब दो साल पहले से क्रिप्टो करंसी ऑनलाइन ठगी मामले को लेकर हिमाचल प्रदेश पुलिस ने मुख्य आरोपियों पर अपना शिकंजा कसते हुए मामले में संलिप्त मुख्य आरोपियों की 47 करोड़ की प्रॉपर्टी सीज कर ली गई है। हालांकि इस ठगी का मुख्य सरगना विजय जुनेजा को गिरफ्त में लेने के लिए पुलिस खाली हाथ है। इसके अलावा ठगी की करीब 2500 करोड़ की राशि भी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ी है। क्रिप्टो करंसी के नाम पर ठगी के तहत आरोपियों की ओर से हिमाचल के विभिन्न जिलों, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ व अन्य राज्यों सहित दुबई में ठगी का खेल रचा गया है। जिसमें हिमाचल के तीन मुख्य आरोपियों की हिमाचल-पंजाब, हरियाणा व चंडीगढ़ में खरीदी गई संपत्तियों में 47 करोड़ की संपत्ति सीज की गई है। वहीं, एसआईटी को सूचना मिल रही है कि इन आरोपियों ने दुबई में भी संपत्तियां खरीदी हैं। ऐसे में इस संदर्भ के तहत जांच को अब आगे बढ़ाया जा रहा है।
ठगी मामले में अब तक 76 आरोपियों पर चला पुलिस का डंडा
हिमाचल प्रदेश में करीब दो वर्ष से क्रिप्टो करंसी ठगी का मामला चल रहा है। इस ठगी मामले में सबसे पहली एफआईआर जिला कांगड़ा के पालमपुर में दर्ज की गई थी। जिसमें जांच को लेकर स्पैशल इन्वैस्टीगेशन टीम एसआईटी का भी गठन किया गया है, जोकि हर पहलू की जांच पड़ताल कर रही है। अब तक उक्त क्रिप्टो करंसी ठगी मामले के तहत 76 लोगों की गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। मामले में लंबे समय तक फरार रहकर दुबई में भगौड़े मुख्य आरोपी बताए जा रहे सुभाष शर्मा को भी एसआईटी ने गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि अब तक आरोपी सुभाष शर्मा ने अपने से ऊपर मास्टर माइंड विजय कुमार जुनेजा को बताया है। इस आधार पर अब एसआईटी की ओर से लगातार जुनेजा को गिरफ्तार किए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन न्यायालय से अनुमति नहीं मिल पाई थी। अब एक बार फिर से टीम की ओर से जुनेजा को गिरफ्तार किए जाने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है।
आरोपियों के पासपोर्ट भी पुलिस ने किए सीज
ठगी से जुड़े हुए सभी आरोपियों के पासपोर्ट भी सीज किए गए हैं, जिसमें उनकी हर मूवमैंट की जानकारी एसआईटी के पास पहुंच रही है। इसके साथ ही पुलिस विभाग की ओर से आरोपियों की 47 करोड़ की संपत्ति फ्रीज व सीज कर मामले के साथ अटैच की गई है। हालांकि अब तक एसआईटी के हाथ में दो से अढ़ाई हजार करोड़ रुपए के ठगी मामले की रकम हाथ नहीं लग पाई है। मामले को लेकर अब मुख्य आरोपी विजय कुमार जुनेजा बताया जा रहा है, उक्त शातिर के एसआईटी के हाथ लगने पर मामले से जुड़े हुए बड़े राज खुलने की उम्मीद जताई जा रही है।
जिला कांगड़ा पुलिस अधीक्षक शालिनी अग्निहोत्री का कहना है कि क्रिप्टो ठगी मामले में आरोपियों की कुल 47 करोड़ की संपत्ति फ्रीज व सीज कर अटैच की गई है। उन्होंने बताया कि मामले में सभी पहलुओं को लेकर लगातार एसआईटी की ओर से जांच की जा रही है। साथ ही इस मामले को ईडी को सौंपने की भी सिफारिश की जा रही है।