Edited By Kuldeep, Updated: 12 Sep, 2025 09:43 PM

उपमंडल धर्मपुर की सबसे ऊंची पहाड़ी के रूप में शुमार डीपीएफ नरवाहल में भूस्खलन होने से तलहटी में बसा अप्पर रौह खतरे की जद में आ चुका है।
धर्मपुर (उमेश): उपमंडल धर्मपुर की सबसे ऊंची पहाड़ी के रूप में शुमार डीपीएफ नरवाहल में भूस्खलन होने से तलहटी में बसा अप्पर रौह खतरे की जद में आ चुका है। शुक्रवार सुबह 10 बजे डीपीएफ नरवाहल से सैंकड़ों टन वजनी चट्टानें गिरने से सरसकान पंचायत में कुसरी वार्ड के अप्पर रौह गांव में अफरा-तफरी मच गई। इसके बाद ग्रामीण अपने घर-बार छोड़ कर बच्चों को उठाकर सुरक्षित जगह की ओर भागने लगे। एक बजे धमाके के साथ चट्टानें गिरीं और मलबा घरों तक पहुंच गया। इस घटना के बाद करीब 39 परिवार दहशत में हैं। ग्रामीणों ओम प्रकाश, देवराज, पवन कुमार, प्रताप सिंह, देश राज, सुनीता देवी, नरेश कुमार, अंजना देवी, लेख राज, मनीष कुमार, नेक राम, अमर चंद, संजय कुमार, गुलाब सिंह, निर्बला देवी व दीपक कुमार आदि का कहना है कि लोग कई दशकों से इस गांव में रिहायश कर रहे हैं लेकिन आज तक ऐसा मंजर देखने को नहीं मिला।
बताया जा रहा है कि गांव के ऊपर खड़ी पहाड़ी में करीब एक मीटर चौड़ी और 100 मीटर लंबी दरार आ चुकी है। एसडीएम धर्मपुर जोगेंद्र पटियाल ने बताया कि डीपीएफ नरवाहल की तलहटी में बसे गांव अप्पर रौह में भूस्खलन की सूचना मिलते ही प्रशासन द्वारा 39 परिवारों को सुरक्षित जगह शिफ्ट करने हेतु निर्देश जारी कर दिए गए हैं। इन परिवारों की साथ लगते हाई स्कूल रखेड़ा में वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है। शनिवार को घटनास्थल का मौका कर स्थिति का जायजा लिया जाएगा। बताते चलें कि धर्मपुर ब्लॉक की सरसकान पंचायत में करीब 11 बरसाती नाले होने के कारण बरसात के मौसम में प्रतिवर्ष भारी तबाही मचती है। इस पंचायत द्वारा इन नालों में चैनेलाइजेशन की मांग उठाई जाती है लेकिन आज तक इसे गंभीरता से नहीं लिया गया।