Edited By Vijay, Updated: 24 Jul, 2025 10:23 PM

14,000 फुट की ऊंचाई पर स्थित पवित्र दशौहर झील में शाही स्नान कर दैवीय शक्तियां लेकर मनाली के ऊझी घाटी के आराध्यदेव ऋषि जमदग्नि व ऋषि पराशर व कंचन नाग अपने देवालय लौट आए हैं।
मनाली (सोनू): 14,000 फुट की ऊंचाई पर स्थित पवित्र दशौहर झील में शाही स्नान कर दैवीय शक्तियां लेकर मनाली के ऊझी घाटी के आराध्यदेव ऋषि जमदग्नि व ऋषि पराशर व कंचन नाग अपने देवालय लौट आए हैं। देवताओं के साथ अन्य देवी-देवताओं के प्रतिनिधि भी पवित्र झील पहुंचे। पवित्र दशौहर झील में वीरवार को आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा।
जगत की भलाई के लिए दैवीय शक्तियां लेने जैसे ही आराध्यदेव ऋषि जमदग्नि व ऋषि पराशर व कंचन नाग दशौहर झील पहुंचे तो माहौल भक्तिमय हो गया और देवताओं के जयकारों से पूरा क्षेत्र गूंज उठा। देवताओं ने देव विधिपूर्वक सभी कार्य पूरे किए और शाही स्नान किया। देवताओं के शाही स्नान करने के बाद अढ़ाई हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र झील में आस्था की डुबकी लगाई। मीलों पैदल चलकर एक ही दिन में श्रद्धालु दशौहर में स्नान कर कुलंग देवालय पहुंचे। देवालय में श्रद्धालुओं के लिए भंडारे का आयोजन किया गया।
बता दें कि देवता अपने कारकूनों संग बुधवार काे दशौहर झील के लिए रवाना हुए थे। रात को श्रद्धालु देवताओं के साथ मढ़ी में ठहरे। सुबह पांच बजे मढ़ी से रवाना हुए और साढ़े दस बजे दशौहर झील पहुंच गए। दैवीय शक्तियां लेने के बाद वापसी में देवता कहीं नहीं रुके। मढ़ी में देवताओं के श्रद्धालुओं ने दोपहर बाद 3 बजे प्रसाद ग्रहण किया और शाम 6 बजे देवालय पहुंच गए।
ग्रामीणाें जगदीश, ढाले राम, पूर्व चंद व घनश्याम ने बताया कि हालांकि हर दस साल बाद देवता दैवीय शक्तियां लेने दशौहर झील जाते हैं लेकिन इस बार श्रद्धालुओं की सबसे अधिक भीड़ देखने को मिली है। उन्होंने कहा कि दैवीय शक्तियों का ही परिणाम है कि बुधवार तक झमाझम बारिश होने के बाद वीरवार को घाटी में धूप खिली। उन्होंने बताया कि पलभर के लिए बारिश हुई लेकिन दिनभर धूप खुलने से राहत मिली। आराध्यदेव जमदग्नि ऋषि के गुर मंगल चंद ठाकुर व पराशर ऋषि के गुर इंद्र चंद्र ने बताया कि आराध्यदेव पवित्र दशौहर झील में शाही स्नान कर दैवीय शक्तियां लेकर लौट आए हैं।