Edited By Vijay, Updated: 19 Nov, 2023 09:33 PM

क्रिप्टो करंसी स्कैम को अंजाम देने के लिए आरोपियों ने करोड़ों रुपए सॉफ्टवेयर तैयार करवाने पर खर्च किए। सूत्रों के अनुसार सॉफ्टवेयर तैयार करने में मेरठ निवासी एक व्यक्ति की संलिप्तता उभर कर सामने आ रही है, ऐसे में जांच टीम आरोपी की धरपकड़ को लेकर...
शिमला (राक्टा): क्रिप्टो करंसी स्कैम को अंजाम देने के लिए आरोपियों ने करोड़ों रुपए सॉफ्टवेयर तैयार करवाने पर खर्च किए। सूत्रों के अनुसार सॉफ्टवेयर तैयार करने में मेरठ निवासी एक व्यक्ति की संलिप्तता उभर कर सामने आ रही है, ऐसे में जांच टीम आरोपी की धरपकड़ को लेकर संभावित स्थानों पर तलाश कर रही है। सूत्रों के अनुसार शातिर आरोपियों ने 4 से 5 सॉफ्टवेयर के साथ ही कई फर्जी वैबसाइट तैयार की थीं। समय-समय पर उन्हें अपग्रेड किया, जिस पर करीब 4 करोड़ रुपए खर्च किए। पूरे स्कैम से जुड़ा रिकाॅर्ड जांच टीम पहले ही जुटा चुकी है।
विदेश जाकर समझा डिजिटल करंसी का पूरा खेल
जांच में सामने आया है कि आरोपी घोटाले का खेल शुरू करने से पहले विदेश गए। वहां उन्होंने डिजिटल करंसी का पूरा खेल समझा और फिर वापस भारत लौटकर एक सॉफ्टवेयर किया। तत्पश्चात शातिर आरोपियों ने फर्जी वैबसाइट तैयार कीं, जिसमें निवेशकों को उनकी आईडी खोलने पर एक ऐसी डिजिटल करंसी दिन-प्रतिदिन ग्रोथ करती नजर आती थी, जो वास्तव में थी ही नहीं। डबल रिटर्न के लालच में लोगों के समक्ष डिजिटल करंसी का ऐसा जाल बुना गया कि उन्होंने भी झांसे में आकर जीवन भर की पूंजी निवेश कर दी, जबकि बाद में उनके हाथ कुछ भी नहीं लगा। इतना ही नहीं, निवेशकों को विदेशों के दौरे करवाए गए। 2 हजार से अधिक विदेशी टूअर के तथ्य सामने आ चुके हैं।
प्रॉफिट लेने वाले निवेशकों से पूछताछ का दौर भी जारी
पूरे स्कैम में किसकी क्या-क्या संलिप्तता रही है, उसकी पूरी तह एसआईटी खंगाल रही है। इसके तहत अच्छा प्रॉफिट लेने वाले निवेशकों से भी पूछताछ की जा रही है। बड़ी संख्या में निवेशकों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं और जिसकी कोई भी संलिप्तता उभर कर सामने आ रही है, उनकी गिरफ्तारी की जा रही है।
अब तक की जांच में ये तथ्य आए सामने
प्रदेश में 2500 करोड़ रुपए का अवैध निवेश क्रिप्टो करंसी स्कैम में हुआ। जांच में अढ़ाई लाख आईडी बनने की बात सामने आई है। मुख्य आरोपी सुभाष करीब 500 करोड़ की राशि डकार गया जबकि 70 से 80 व्यक्तियों ने 2 करोड़ से अधिक का प्रॉफिट लिया। पूरे मामले में 19 गिरफ्तारियों के साथ ही 18 करोड़ से अधिक की संपत्तियां जब्त की गई हैं।
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