Edited By Rahul Singh, Updated: 21 Aug, 2024 02:40 PM
हिमाचल में उपभोक्ताओं को एक बड़ा झटका लगा है। बता दें कि राशन डिपुओं में मिलने वाला आटा-चावल अब उपभोक्ताओं को महंगा मिलेगा। करीब 15 साल बाद आटा-चावल के दाम बढ़ाए गए हैं। हालांकि, केंद्र सरकार प्रदेश के राशनकार्ड उपभोक्ताओं को चावल और गेंहू मुहैया...
हिमाचल। हिमाचल में उपभोक्ताओं को एक बड़ा झटका लगा है। बता दें कि राशन डिपुओं में मिलने वाला आटा-चावल अब उपभोक्ताओं को महंगा मिलेगा। करीब 15 साल बाद आटा-चावल के दाम बढ़ाए गए हैं। हालांकि, केंद्र सरकार प्रदेश के राशनकार्ड उपभोक्ताओं को चावल और गेंहू मुहैया करवाती है। लेकिन प्रदेश सरकार का तर्क है कि राशन को डिपुओं और गोदामों तक पहुंचाने की भाड़ा दरें बढ़ गई हैं। इसलिए राशन के रेट बढ़ाए गए हैं।
जाने क्या हैं दाम
अभी एपीएल उपभोक्ताओं को डिपुओं में आटा 9.30 रुपये से प्रतिकिलो मिल रहा है। इसे बढ़ाकर 12 रुपये प्रति किलो, चावल 10 रुपये से बढ़ाकर 13 रुपये करने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इसी तरह बीपीएल (35 किलो राशन, प्रति व्यक्ति पांच किलो) वाले उपभोक्ताओं को चावल 6.85 रुपये से बढ़ाकर 10 रुपये प्रति किलो और आटा 7 रुपये से बढ़ाकर 9.30 रुपये किलो मिलेगा। खाद्य आपूर्ति निगम ने इसका प्रस्ताव तैयार किया है।
1 सितंबर को हो सकती है नई व्यवस्था लागू
सूत्रों के मुताबिक एक सितंबर को इस नई व्यवस्था लागू की जा सकती है। हिमाचल प्रदेश में वर्तमान में करीब साढ़े 19 लाख राशनकार्ड उपभोक्ता हैं। इनमें से साढ़े 12 लाख के करीब एपीएल उपभोक्ता हैं, जबकि अन्य आईआरडीपी और करदाता हैं। सरकार की ओर से उपभोक्ताओं को 6 किलो चावल, 10 से 13 किलो आटा, दो लीटर तेल (रिफाइंड और सरसों), चीनी और एक किलो नमक सब्सिडी पर दिया जा रहा है।