Edited By Vijay, Updated: 22 May, 2022 04:26 PM
पैट्रोल के दाम अचानक से बढ़ जाते हैं और फिर कुछ हद तक कम हो जाते हैं, जिस पर हिमाचल प्रदेश कांग्रेस सोशल मीडिया अध्यक्ष और प्रवक्ता अभिषेक राणा ने भाजपा सरकार को आंकड़ों का बाजीगर कहा है। अभिषेक ने कहा की पेट्रोल डीजल के दाम आसमान में चढ़ा कर फिर...
हमीरपुर (ब्यूरो): पैट्रोल के दाम अचानक से बढ़ जाते हैं और फिर कुछ हद तक कम हो जाते हैं, जिस पर हिमाचल प्रदेश कांग्रेस सोशल मीडिया अध्यक्ष और प्रवक्ता अभिषेक राणा ने भाजपा सरकार को आंकड़ों का बाजीगर कहा है। अभिषेक ने कहा की पेट्रोल डीजल के दाम आसमान में चढ़ा कर फिर उसके बाद नाम मात्र की कमी करके जनता को प्रलोभन देना भाजपा के दोहरे चरित्र को दर्शाता है। इस सरकार ने चुनावी दौर में आसमान छू रहे पेट्रोल के दामों में नाममात्र की कमी की और चुनाव खत्म होते ही इसे फिर से आसमान पर चढ़ा दिया। दो महीने पहले तो 10 रुपए दाम बढ़ा दिए और अब कम करके वाहवाही लूट रही है केंद्र सरकार लेकिन जनता को ऐसे झूठे प्रलोभन देने का कोई फायदा नहीं है यदि केंद्र की भाजपा सरकार सच में नागरिकों का हित चाहती है तो पैट्रोल और डीजल की कीमतों को भी जीएसटी के दायरे में लेकर आए।
अभिषेक राणा ने कहा कि आज देश और प्रदेश का हर नागरिक, हर व्यक्ति, हर युवा, हर गृहिणी महंगाई बेरोजगारी भ्रष्टाचारी से त्रस्त हो चुकी है और दुर्भाग्यवश कुछ ऐसे लोग भी हैं जो भुखमरी का शिकार हो रहे हैं क्योंकि आज साधारण आजीविका की चीजें भी गरीब आदमी की पहुंच से बाहर हैं। आने वाले समय में सिर्फ करोड़पति लोग ही गाड़ी और मोटरसाइकिल चला सकेंगे क्योंकि पैट्रोल के दाम आसमान छूने लगे हैं। दाम कम करने के बावजूद भी वह इतने हैं कि गरीब व्यक्ति की पहुंच में नहीं है, ऐसे में केंद्र सरकार को मंथन करना चाहिए कि क्या चुनावों के वक्त ही महंगाई को कम किया जा सकता है और यदि पैट्रोल के दाम कम करना केंद्र सरकार के हाथ में है तो वह हमेशा के लिए कम क्यों नहीं रहते कुछ समय बाद बढ़ क्यों जाते हैं?
हिमाचल की खबरें Twitter पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here