Edited By Vijay, Updated: 25 Mar, 2025 04:01 PM

वल्लभ महाविद्यालय मंडी में ऑल इंडिया फैडरेशन ऑफ यूनिवर्सिटी एंड काॅलेज टीचर्स एसोसिएशन (एआईएफयूसीटीओ) के आह्वान पर हिमाचल प्रदेश गवर्नमैंट काॅलेज टीचर्स एसोसिएशन (एचजीसीटीए) ने काले बिल्ले लगाकर प्रदर्शन किया।
मंडी (रीता): वल्लभ महाविद्यालय मंडी में ऑल इंडिया फैडरेशन ऑफ यूनिवर्सिटी एंड काॅलेज टीचर्स एसोसिएशन (एआईएफयूसीटीओ) के आह्वान पर हिमाचल प्रदेश गवर्नमैंट काॅलेज टीचर्स एसोसिएशन (एचजीसीटीए) ने काले बिल्ले लगाकर प्रदर्शन किया। एआईएफयूसीटीओ की प्रमुख मांगों में यूजीसी ड्राफ्ट रैगुलेशंस 2025 और राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 की अस्वीकृति, एमफिल और पीएचडी धारकों के लिए अतिरिक्त वेतन वृद्धि, उच्च शिक्षा संस्थानों में कार्य स्थितियों में सुधार और सभी रिक्त शिक्षण पदों को नियमित शिक्षकों से भरना शामिल हैं।
एचजीसीटीए प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. बनीता सकलानी ने हाल ही में पारित हिमाचल प्रदेश भर्ती और सेवा शर्तें अधिनियम 2024 की आलोचना की और इसे संविदा कर्मचारियों के अधिकारों के खिलाफ बताया। प्रदर्शन में प्रो. सीमा शर्मा, डाॅ. रितेश वर्मा, डाॅ. दीपाली अशोक व डाॅ. राजकुमार जम्वाल सहित अन्य शिक्षकों ने भाग लिया। एचजीसीटीए ने निर्णय लिया है कि आगामी 6 अप्रैल को राज्य स्तरीय जनरल हाऊस बैठक में आगे की रणनीति तय की जाएगी। इसके अलावा एआईएफयूसीटीओ ने 29 अप्रैल को जंतर-मंतर, 27 मई को भुवनेश्वर और 22 जुलाई को वाराणसी में राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है।
हिमाचल की खबरें Twitter पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here
हिमाचल प्रदेश की खबरें पढ़ने के लिए हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें Click Here