Edited By Vijay, Updated: 13 Jul, 2023 11:32 PM

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि राज्य सरकार ने 60 घंटे के भीतर बरसात के कारण आई आपदा के बीच 60000 पर्यटकों को सुरक्षित निकाला है। उन्होंने कहा कि लगभग 15000 फुट की ऊंचाई और माइनस 10 डिग्री तापमान जैसे विपरीत हालात में भी राजस्व मंत्री...
शिमला (कुलदीप): मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि राज्य सरकार ने 60 घंटे के भीतर बरसात के कारण आई आपदा के बीच 60000 पर्यटकों को सुरक्षित निकाला है। उन्होंने कहा कि लगभग 15000 फुट की ऊंचाई और माइनस 10 डिग्री तापमान जैसे विपरीत हालात में भी राजस्व मंत्री ने 300 लोगों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की है। अपनी सुरक्षा की चिंता किए बगैर 65 वर्षीय राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी और 55 वर्षीय मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी ने इस बेहद कठिन अभियान को बखूबी अंजाम दिया। सीएम ने शिमला पहुंचने पर अनाडेल हैलीपैड पर पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत करते हुए यह बात कही।
चंद्रताल में फंसे पर्यटकों के रैस्क्यू के लिए राजस्व मंत्री व सीपीएस को सौंपा था जिम्मा
सीएम ने कहा कि 3 जेसीबी मशीनों के साथ राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी तथा मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी को चंद्रताल में फंसे पर्यटकों तक पहुंचने तथा उन्हें सुरक्षित निकालने के अभियान को सफलतापूर्वक संपन्न करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इन दोनों ने 4551 मीटर ऊंचे कुंजुम दर्रे को पार किया और शून्य से कम तापमान में बर्फ से भरे रास्तों के बीच तड़के सुबह 2 बजे पर्याप्त मशीनरी एवं बचाव दल के साथ चंद्रताल पहुंचे। रातभर जागकर दोनों ने यह सुनिश्चित किया कि वहां फंसे सभी पर्यटक सुरक्षित महसूस करें और उन्हें खराब मौसम व विपरीत परिस्थिति में भी हौसला बनाए रखने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि चंद्रताल में हैलीकॉप्टर के उतरने के लिए सुरक्षित स्थल उपलब्ध न होने के कारण प्रदेश सरकार को यह साहसिक निर्णय लेना पड़ा। सीएम अपने साथ हैलीकॉप्टर में 9 पर्यटकों को साथ लेकर शिमला पहुंचे। इनमें 5 लोग सुंदरगनर और शेष दूसरे राज्यों के थे। सीएम ने कहा कि सांगला घाटी में फंसे 118 पर्यटकों को वायुसेना की मदद से सुरक्षित निकाला गया है।
कुल्लू में आंशिक तौर पर बिजली-पानी बहाल
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि कुल्लू घाटी में आंशिक तौर पर बिजली व पानी को बहाल कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि अभी भी तीर्थन तथा कसोल क्षेत्र में काफी संख्या में पर्यटक हैं और उनमें से अधिकांश ने अपनी गाडिय़ों सहित ही घर वापसी की इच्छा जताई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा अभी तक बाढ़ प्रभावित परिवारों को 50 लाख रुपए की राहत राशि जारी की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि सरकार ने राहत राशि में बढ़ौतरी करते हुए सभी प्रभावितों को 1-1 लाख रुपए प्रदान किए जाएंगे।
जयराम के सवालों पर टिप्पणी नहीं, मानसून सत्र में देंगे जवाब
मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में वह नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर की ओर से उठाए जा रहे सवालों पर टिप्पणी नहीं करना चाहते। उन्होंने कहा कि सरकार ने कुल्लू और मनाली जैसे कठिन क्षेत्रों से रिकॉर्ड में पर्यटकों को बाहर निकाला है। सरकार विपक्ष के हर सवाल का मानसून सत्र में जवाब देगी कि कैसे भाजपा सरकार के समय पीलिया फैलने से लोगों की जाने गई थी।
हिमाचल की खबरें Twitter पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here