Edited By Jyoti M, Updated: 01 Dec, 2025 01:23 PM

सोमवार को कांगड़ा जिले के प्रशासनिक केंद्र धर्मशाला में, नशीले पदार्थों के खिलाफ एक विशाल जन जागरूकता अभियान चलाया गया। राज्य को 'चिट्टा' (हेरोइन) मुक्त बनाने की सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाते हुए, इस कार्यक्रम का नाम 'महा वॉकथॉन' रखा गया।
हिमाचल डेस्क। सोमवार को कांगड़ा जिले के प्रशासनिक केंद्र धर्मशाला में, नशीले पदार्थों के खिलाफ एक विशाल जन जागरूकता अभियान चलाया गया। राज्य को 'चिट्टा' (हेरोइन) मुक्त बनाने की सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाते हुए, इस कार्यक्रम का नाम 'महा वॉकथॉन' रखा गया।
जनसैलाब और मुख्यमंत्री का संदेश
इस महत्वपूर्ण आयोजन में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने न सिर्फ मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया, बल्कि उपस्थित हज़ारों लोगों को नशे की बुराई से दूर रहने की सामूहिक शपथ भी दिलाई।
यह वॉकथॉन केवल एक मार्च नहीं था, बल्कि यह संदेश था कि हिमाचल प्रदेश नशे के सामने घुटने नहीं टेकेगा। इसमें सैकड़ों स्कूल और कॉलेज के छात्र-छात्राओं, महिला समूहों, युवा क्लबों, स्वयंसेवी संगठनों, व्यापारियों और आम नागरिकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
तस्करों पर शिकंजा: ₹5 लाख का बड़ा इनाम
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने एक ऐतिहासिक और कठोर घोषणा की। उन्होंने कहा कि जो भी नागरिक 'चिट्टा' तस्करी में शामिल लोगों के बारे में पुलिस को गोपनीय और विश्वसनीय सूचना देगा, उसे 10,000 रुपये से लेकर 5 लाख रुपये तक का नकद पुरस्कार दिया जाएगा। इस कदम का उद्देश्य लोगों को इस लड़ाई में सक्रिय भागीदार बनाना है।
'हारमनी ऑफ द पाइंस' की धुन पर उत्साह
वॉकथॉन के दौरान, हिमाचल प्रदेश पुलिस के प्रसिद्ध आर्केस्ट्रा 'हारमनी ऑफ द पाइंस' ने अपनी मनमोहक धुनों से माहौल को जोश से भर दिया। प्रतिभागी इन संगीत लहरों पर खुशी से झूमते-गाते नज़र आए, जिसने नशा मुक्ति के संदेश को एक त्योहार के उत्साह में बदल दिया।
यह व्यापक पहल राज्य सरकार की उस दूरगामी रणनीति का केंद्रीय हिस्सा है, जिसका लक्ष्य युवा पीढ़ी को ड्रग्स के विनाशकारी प्रभावों से बचाना और अंततः समाज को पूरी तरह से नशामुक्त बनाना है। धर्मशाला में इस वॉकथॉन के साथ, जिले में ड्रग्स विरोधी अभियान का आधिकारिक रूप से शुभारंभ हो गया है।