Edited By Simpy Khanna, Updated: 10 Sep, 2019 03:50 PM
चिंतपूर्णी मंदिर ट्रस्ट व एशियन डेवलपमेंट बैंक द्वारा संयुक्त रूप से चिंतपूर्णी में श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए करीब 55 करोड़ की लागत से बहुउद्देश्यीय परिसर का निर्माण किया है। लगभग 45 कनाल भूमि पर बने इस बहुउद्देशीय भवन में 400 गाड़ियों की...
ऊना (अमित शर्मा) : चिंतपूर्णी मंदिर ट्रस्ट व एशियन डेवलपमेंट बैंक द्वारा संयुक्त रूप से चिंतपूर्णी में श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए करीब 55 करोड़ की लागत से बहुउद्देश्यीय परिसर का निर्माण किया है। लगभग 45 कनाल भूमि पर बने इस बहुउद्देशीय भवन में 400 गाड़ियों की पार्किंग के साथ- साथ लंगर हाल, म्यूजियम, दर्शन पर्ची काउंटर, प्रतीक्षालय, क्लॉक रूम, होटल, महिलाओं व पुरुषों के लिए अलग-अलग डारमेट्री हाल, फूड जोन, दुकानें और प्रशासनिक कार्यालय इसी परिसर में हैं।
इसके अलावा एयर कंडीशनर मेडिटेशन हॉल भी इसी परिसर में स्थापित किया गया है। कैंपस में फाउंटेन और बच्चों के मनोरंजन के लिए सुविधाएं हैं तो इसके अलावा तीन सौ से ज्यादा शौचालय भी है। इतने बड़े भवन को चिंतपूर्णी मंदिर ट्रस्ट द्वारा मात्र 10 लाख एक हजार रुपये के सालाना किराए पर संचालन और रखरखाव के लिए निजी पार्टी को देने की योजना तैयार की गई है। मंदिर न्यास द्वारा इस बारे भाषा एवं संस्कृति विभाग को स्वीकृति के लिए 18 फरवरी और 16 मई 2019 को प्रस्ताव भी भेजे है।
ट्रस्ट के इस फैसले के खिलाफ स्थानीय लोगों ने अब अपनी आवाज बुलंद कर दी है। लोगों की माने तो 55 करोड़ की लागत से तैयार इतने बड़े भवन को मंदिर प्रशासन औने पौने दामों पर संचालन के लिए दे रहा है और जिस कंपनी को इस भवन के संचालन का जिम्मा सौंपने की तैयारी की गई है उस कंपनी के पास पहले ही चिंतपूर्णी बस अड्डा का भी ठेका है जहां पर श्रद्धालुओं से गाडी पार्किंग की भारी भरकम राशि वसूली जा रही है।
स्थानीय लोगों की माने तो इस भवन के संचालन के लिए अलग-अलग हिस्से करके स्थानीय लोगों को ठेके पर दिए ताकि स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिल सके और सरकार के राजस्व को भी घाटा न हो।वहीं चिंतपूर्णी मंदिर न्यास के अध्यक्ष एवं डीसी ऊना संदीप कुमार ने एडीबी भवन को संचालन और रखरखाव के लिए किसी निजी पार्टी को देने की योजना से इंकार किया है और चिंतपूर्णी बस स्टैंड में पार्किंग फीस के मुद्दे पर जल्द ही कोई हल निकालने का भी दावा किया है।
बेशक चिंतपूर्णी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं डीसी ऊना संदीप कुमार ऐसी किसी भी योजना से इंकार कर रहे हो लेकिन स्थानीय लोगों ने इस योजना के प्रस्ताव की कॉपी भी मीडिया को मुहैया करवाई है। आखिर अब डीसी ऊना ऐसी किसी भी कार्रवाई से क्यों पल्ला झाड़ रहे हैं।