Edited By Jyoti M, Updated: 18 Feb, 2025 02:58 PM

स्कूलों में सरकार द्वारा मनपसंद वर्दी का विकल्प देने के बाद चम्बा जिले के 62 फीसदी स्कूलों ने विद्यार्थियों की यूनिफॉर्म बदल दी है। बचे हुए स्कूल इस सत्र में वर्दी में बदलाव करेंगे। उच्च शिक्षा विभाग ने जिला भर के स्कूलों से डाटा मांगा था, जिसमें यह...
चम्बा, (प्रवीण): स्कूलों में सरकार द्वारा मनपसंद वर्दी का विकल्प देने के बाद चम्बा जिले के 62 फीसदी स्कूलों ने विद्यार्थियों की यूनिफॉर्म बदल दी है। बचे हुए स्कूल इस सत्र में वर्दी में बदलाव करेंगे। उच्च शिक्षा विभाग ने जिला भर के स्कूलों से डाटा मांगा था, जिसमें यह आंकड़ा सामने आया है। अब आने वाले नए शैक्षणिक सत्र में बाकी बचे सरकारी स्कूलों में भी वर्दी बदली जाएगी।
गौर रहे कि पिछले साल ही सरकार ने स्मार्ट वर्दी योजना में बदलाव किया है। इस योजना का मकसद है कि प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर सरकारी स्कूल के बच्चे भी स्मार्ट वर्दी में नजर आएं। इसके साथ ही स्मार्ट वर्दी सिलैक्ट करते वक्त बच्चों या अभिभावकों पर अतिरिक्त वित्तीय बोझ नहीं डाला जाएगा। प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक चम्बा बलवीर सिंह ने कहा कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा पहली से 8वीं तक के विद्यार्थियों को वर्दी के 600-600 रुपए बैंक खाते में ही दिए जाते हैं। ऑप्शन के साथ स्कूलों ने अब यह व्यवस्था बदली हैं।
पहले शिक्षा विभाग कक्षा पहली से 12वीं तक के हर विद्यार्थी को वर्दी के दो-दो सैट मुहैया करवाता था। इसके अलावा उन्हें सिलाई का पैसा भी सरकार की ओर से दिया जाता है लेकिन अब यह व्यवस्था बदली गई है। वर्दी न खरीद कर सीधा पैसा जारी किया जाता है। बता दें कि सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के लिए भी ड्रैस कोड लागू करने की तैयारी की जा रही है। नए शैक्षणिक सत्र से सभी स्कूलों के लिए नए दिशा-निर्देश जारी हो सकते हैं।
विद्यार्थियों के लिए शिक्षक रोल मॉडल होते हैं। शिक्षकों की ड्रैस और व्यवहार का स्कूली बच्चों पर सीधा असर पड़ता है। बता दें कि जिन स्कूलों में ड्रैस कोड लागू हुए हैं, वहां बदलाव देखा गया है। अब सभी स्कूलों के शिक्षकों के लिए ड्रेस कोड शुरू करने की तैयारी है।