Edited By Jyoti M, Updated: 23 Jul, 2025 12:54 PM

हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में स्थित पौंग बांध, जिसे महाराणा प्रताप सागर के नाम से भी जाना जाता है, उसका जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है और खतरे के निशान की ओर बढ़ रहा है। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर बांध से पानी छोड़ना शुरू कर दिया है, जिसके कारण...
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में स्थित पौंग बांध, जिसे महाराणा प्रताप सागर के नाम से भी जाना जाता है, उसका जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है और खतरे के निशान की ओर बढ़ रहा है। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर बांध से पानी छोड़ना शुरू कर दिया है, जिसके कारण कांगड़ा जिले के फतेहपुर और इंदौरा विधानसभा क्षेत्रों के साथ-साथ पंजाब के लिए भी अलर्ट जारी किया गया है।
स्थानीय प्रशासन ने व्यास नदी के किनारे बसे मंड क्षेत्र के निवासियों को नदी के पास न जाने की सख्त चेतावनी दी है। फतेहपुर की एसडीएम, विश्रुत भारती ने बताया कि पंडोह बांध से पानी छोड़े जाने के कारण पौंग बांध में पानी का स्तर लगातार बढ़ रहा है। मंगलवार शाम तक पौंग बांध का जलस्तर 1338 फीट को पार कर गया था। बांध में इस समय 1,04,432 क्यूसिक पानी आ रहा है, जबकि 3838 क्यूसिक पानी छोड़ा जा रहा है।
जानकारी के अनुसार, जिला मंडी के पंडोह बांध से पानी छोड़ने के कारण पौंग झील का जलस्तर एक ही दिन में आठ फीट बढ़ गया है। पौंग झील की कुल भंडारण क्षमता 1410 फीट है, लेकिन 1390 फीट को खतरे का निशान घोषित किया गया है। जब जलस्तर 1360 फीट को पार कर जाता है, तो झील के मुख्य गेट खोलकर पानी छोड़ना शुरू कर दिया जाता है।
एसडीएम ने बताया कि झील में जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और इसी के मद्देनजर बीबीएमबी (भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड) ने रे, स्थाना, रियाली और टैरेस जैसे क्षेत्रों में हूटर (अर्ली वार्निंग सिस्टम) लगाए हैं। पानी छोड़ने से पहले ये हूटर बजने लगेंगे, जिससे लोगों को सतर्क किया जा सकेगा। उन्होंने सभी निवासियों से हर समय सतर्क रहने की अपील की है और कहा है कि प्रशासन के आदेशानुसार बीबीएमबी टरबाइनों के माध्यम से पानी छोड़ रहा है। यह स्थिति निचले इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए चिंता का विषय है, और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर जाने या आवश्यक सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।