Edited By Vijay, Updated: 02 Dec, 2025 04:49 PM

विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान मंगलवार को सदन के बाहर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने नौकरी के नाम पर पैसे लेने के गंभीर आरोप लगाए। इसी दौरान विपक्ष ने सदन के बाहर जॉब ट्रेनी पॉलिसी के विरोध में प्रदर्शन किया।
तपोवन (धर्मशाला) (जिनेश): विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान मंगलवार को सदन के बाहर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने नौकरी के नाम पर पैसे लेने के गंभीर आरोप लगाए। इसी दौरान विपक्ष ने सदन के बाहर जॉब ट्रेनी पॉलिसी के विरोध में प्रदर्शन किया। भाजपा विधायक हाथों में नारे लिखी तख्तियां लेकर विधानसभा गेट पर पहुंचे। यहां पर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। भाजपा विधायकों ने कहा कि सुक्खू सरकार नियमित नौकरी देने की बजाय 2 साल के लिए ट्रेनी रख रही है, जोकि युवाओं के साथ धोखा है।
भाजपा विधायकों ने कहा कि कांग्रेस नेताओं के नाम से आऊटसोर्स एजैंसी का नया बिजनैस शुरू किया गया है। भर्ती व इंटरव्यू होने से पहले बेरोजगारों से पैसे मांगे जा रहे हैं। पैसे लोगों ने दिए भी और उन्हें मानदेय 8 से 9 हजार रुपए दिया जा रहा है। जयराम ने कहा कि प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रही है। पुलिस की भर्ती में जिन बच्चों ने नकल की बात कही और शिकायत की, उनकी आवाज को धमकी देकर बंद किया गया। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में बच्चों ने गड़बड़ी और नकल के आरोप लगाए थे तो परीक्षा रद्द होनी चाहिए थी।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्य चयन आयोग अभी भी काम नहीं कर रहा। अभी तक नौकरियां उन लोगों को मिली हैं, जिनका भर्ती प्रोसैस पूर्व की भाजपा सरकार ने शुरू कर दिया था। उन्होंने कहा कि अब जॉब ट्रेनी पॉलिसी की बात की जा रही है, जिसमें 2 साल की नौकरी और फिर टैस्ट पास करना पड़ेगा। भाजपा की सरकार ने मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना चलाई थी, उसका पैसा भी सरकार ने बंद कर दिया है। उन्होंने कहा कि इस तरह से 3 साल के कार्यकाल में प्रदेश सरकार से प्रदेश का बेरोजगार निराश है। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार जब भी प्रदेश में बनेगी, भर्ती की प्रक्रिया तेजी से अमल में लाई जाएगी।